Indian News : मीरा मुराती ओपनएआई की सीटीओ हैं। चैटजीपीटी (ChatGPT) नामक एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित चैटबॉट विकसित करने वाली कंपनी ने हाल ही में इसके दुरुपयोग पर अपनी चिंता व्यक्त की है। मीरा मुराती ने एक साक्षात्कार में कहा कि एआई का दुरुपयोग किया जा सकता है। या इसका उपयोग बुरे अभिनेताओं द्वारा किया जा सकता है। इसलिए आप विश्व स्तर पर इस तकनीक के उपयोग को कैसे नियंत्रित करते हैं? आप मानवीय मूल्यों के अनुरूप एआई के उपयोग को कैसे नियंत्रित करते हैं? यह भी एक प्रश्न है। अगर इसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जाता है तो यह बेहद मददगार साबित होगा।
चैटजीपीटी की मीरा मुराती के बारे में अधिक जानकारी लें उससे पहले ये जान लेते हैं कि चैटजीपीटी क्या है? दरअसल यह एक एआई है, जिसने लॉन्च के पांच दिन के बाद ही 1 मिलियन से अधिक यूजर्स तक अपनी पहुंच बना ली थी। इस एआई का काम लाखों वेबसाइटों पर उपलब्ध जानकारी को संशोधित कर और उसे एक आसान भाषा में बदलकर यूजर्स को जवाब देना है। इसकी मदद से किसी विषय पर आर्टिकल लिखा जा सकता है। बशर्ते की उस विषय के बारे में गूगल पर पहले से जानकारी उपलब्ध हो। यह दुनिया के अलग-अलग भाषाओं में काम कर रही है।
1988 में सैन फ्रांसिस्को में जन्मी मीरा मुराती का पालन-पोषण संयुक्त राज्य अमेरिका में हुआ, हालांकि उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं। वह टेस्ला में सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर चुकी हैं। उन्होंने डार्टमाउथ में थायर स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। वर्तमान में, वह रिसर्च, प्रोडक्ट एंड पार्टनरशिप और ओपन एआई के एसवीपी के रूप में काम कर रही हैं।
ChatGPT को पिछले साल नवंबर के महीने में पेश किया गया था। तब से लेकर आज तक OpenAI ने ChatGPT के असाधारण क्षमताओं और उसके दैनिक जीवन पर पड़ते प्रभाव का खुलासा किया है। इसको लेकर गूगल के सीईओ पहले हैरानी जता चुके हैं, अब वह Google का अपना AI ला रहे हैं, जिसका नाम Bard AI है। बता दें, कंपनी पिछले छह वर्षों से इस पावरफुल AI पर काम कर रही थी और अब आखिरकार कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने इसे पेश कर दिया है। एक ब्लॉग पोस्ट में पिचाई ने बताया कि बार्ड कौन है और इसकी कुछ बुनियादी कार्यक्षमता क्या है? कंपनी के भाषा मॉडल का नाम LaMDA है, जिसपर ये काम करेगी।
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