Indian News : रायपुर । राजधानी के तेलीबांधा थाना क्षेत्र के ऐश्वर्या चेम्बर स्थित एसआर कॉर्पोरेट कन्सलटेन्सी प्राइवेट लिमिटेड में चोरी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस के टीम ने गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी कंपनी के ही कर्मचारी निकले। पुलिस ने आरोपियों के पास से नकदी 2 लाख 82 हजार 500 रूपए, 1 नग लेपटाप, 1 घड़ी व सीसीटीवी कैमरे के डीव्हीआर जब्त किया है।

बता दें कि प्रार्थी सुभेन्दू कुमार सतपथी ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह एस.आर. कार्पाेरेट कन्सलटेन्सी प्राइवेट लिमिटेड में सीनियर मैनेजर के पद पर पदस्थ है। कंपनी के मालिक सुरेन्द्र कुमार जैन एवं रीतू जैन काम के सिलसिले में दिल्ली गये हुये थे और कंपनी का चाबी रिसेप्शनिस्ट श्रद्धा ठाकुर को दिये थे। जो 25 नवम्बर को सुबह करीबन 9.30 बजे आफिस खोली और शाम करीबन 7 बजे आफिस बंद करके अपने अपने घर चली गयी।

दूसरे दिन 26 नवम्बर को सुबह करीबन 9.30 बजे श्रध्दा ठाकुर फोन करके प्रार्थी को बतायी कि उक्त कंपनी के ऑफिस का ताला टूटा हुआ है और अंदर सारा सामान बिखरा पडा है। तब प्रार्थी आकर देखा तो आफिस के अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था तथा सी.सी.टी.व्ही. कैमरा का तार टुटा हुआ था। तब प्रार्थी अपने मालिक सुरेन्द्र कुमार जैन एवं रीतू जैन को फोन करके बताया, तब उन्होंने बताया कि ऑफिशियल दस्तावेज एवं नगदी रकम आफिस में रखा हुआ था।

मालिक सुरेन्द्र कुमार जैन एवं रीतू जैन द्वारा दिल्ली से वापस आकर चेक करने पर पाया गया कि आफिस के दराज में रखा नगदी रकम 3 लाख रूपये, 1 नग लैपटॉप तथा 1 नग घड़ी नहीं था। कोई अज्ञात चोर आफिस का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश कर दराज में रखें रकम व सामान को चोरी कर ले गया है। जिसमें पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच में लिया। जांच के दौरान पुलिस ने कंपनी के मालिक सहित कंपनी में कार्य करने वाले समस्त कर्मचारियों से भी घटना के संबंध में पूछताछ कर उनके बयानों को आपस में क्रॉस किये जाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे।

इसी दौरान टीम के सदस्यों को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि उक्त कंपनी में कार्य करने वाले अनुराग ढीढी 24 वर्ष एवं हितेश चतुर्वेदी 26 वर्ष को घटना स्थल के पास देर रात्रि संदिग्ध अवस्था में देखा गया था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा दोनों को पकड़कर पुनः पूछताछ करने पर उनके द्वारा बार-बार अपना बयान बदला जा रहा थां जिस पर टीम के सदस्यों का शक दोनों पर गहरा हो गया कि दोनों से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर अनुराग ढीढी एवं हितेश चतुर्वेदी अपने झूठ के सामने टिक न सके और अंततः चोरी की उक्त घटना को अंजाम देना बताया गया।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अनुराग ढीढी कंपनी में वाहन चालक है तथा हितेश चतुर्वेदी कंपनी में चपरासी का काम करता है। आरोपी अनुराग ढीढी को इस बात की जानकारी थी कि कंपनी के मालिक द्वारा ऑफिस के दराज में लाखों रूपये नगदी रकम रखा गया है, जिस पर आरोपी अनुराग द्वारा हितेश चतुर्वेदी के साथ मिलकर चोरी की करने की योजना बनायी। दोनों ने मिलकर लोहे के कुटेला से ऑफिस का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किये एवं सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के वायर को तोड़े तथा दराज में रखें नगदी रकम, लैपटॉप एवं घड़ी को चोरी करने के साथ ही सी.सी.टी.व्ही. कैमरे के डी.व्ही.आर. को भी चोरी कर ले गये तथा के डी.व्ही.आर. को ओव्हरब्रीज के नीचे स्थित एक नाला में फेंक दिये। पुलिस ने मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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