Indian News : कोटा । कोटा रेलवे स्टेशन पर छापामार कार्रवाई कर शुक्रवार को विजिलेंस ने बिलासपुर-बीकानेर ट्रेन (20845) के पार्सल यान में ओवरलोडिंग पकड़ी है। 3.9 टन क्षमता के पार्सल यान में करीब 2 टन माल अधिक होने की आशंका है। 3.9 टन माल तो कोटा में ही उतार लिया गया। इसके बाद भी पार्सल यान में काफी माल भरा हुआ था। इस माल को जयपुर में उतारा गया। जयपुर में तुलने के बाद पार्सल यान में भरे अधिक माल का ठीक से पता चल सकेगा। अगर क्षमता से 2 टन भी अधिक माल निकलता है तो लीज ठेकेदार पर करीब 30 हजार रुपए का जुर्माना लगना निश्चित है। पश्चिम-मध्य रेलवे के मुख्य सतर्कता अधिकारी पंकज शर्मा के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई को मुख्य सतर्कता निरीक्षक संतोष मीणा के नेतृत्व में अंजाम दिया गया।

क्षमता से अधिक माल भरा होने के कारण इंजन की अपेक्षा पार्सल यान के बफर पटरी की तरफ असामान्य रूप से झुके हुए थे। ऐसे में तेज रफ्तार से दौड़ती ट्रेन के इंजन और पार्सल यान के बफर आपस में उलझ सकते हैं। इसके चलते ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त भी हो सकती है। मामले में खास बात यह रही कि मुंबई से दौड़ती ट्रेन कोटा तक पहुंच गई। लेकिन रास्ते में किसी को भी इतनी बड़ी खामी नजर नहीं आई। जबकि रास्ते में भी दो-तीन जगह ट्रेन की जांच होती है। किसी ट्रेन में ओवरलोडिंग पकड़े जाने का यह पहला मामला नहीं है।

पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी आपसी मिलीभगत के चलते जिम्मेदार अधिकारी यात्रियों के जीवन से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मामले की जानकारी के लिए हमेशा की तरह सीनियर डीसीएम रोहित मालवीय को फोन किया गया लेकिन मीडिया से बातचीत करने पर अपनी तोहीन समझने वाले रोहित मालवीय ने फोन नहीं उठाया। ये पहली बार नहीं है इससे पहले भी मालवीय ने कभी फोन नहीं उठाया।

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