Indian News : दंतेवाड़ा । जिले के किरंदुल शहर में अजीबो गरीब नेतागिरी देखने को उस वक्त मिली जब किरंदुल में सत्तापक्ष के नेता नगर पालिका अध्यक्ष मृणाल रॉय अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़क पर धरना देने बैठे नजर आए। दरअसल पूरा माजरा किरंदुल में संचलित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को कड़मपाल में बने नवीन 30 बिस्तर वाले अस्पताल में शिफ्ट करने से जुड़ा है। पालिकाध्यक्ष मृणाल रॉय बंगाली कैम्प में चल रहे पुराने अस्पताल को डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से कड़मपाल में बने नए भवन में शिफ्ट नहीं होने देना चाहते हैं। इसके लिए वे पुराने अस्पताल के सामने ग्रामीण महिलाओं के साथ धरना देते नजर आए।

जबकि कड़मपाल में बने नए भवन के उद्घाटन में खुद नगर पालिका अध्यक्ष मृणाल रॉय 31 जनवरी 2021 को पहुँचे थे। यहाँ आज भी लोकार्पण के पत्थर पर उनका नाम अंकित है, जिसके लोकार्पण में छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज, विधायक देवती कर्मा भी पहुँची हुई थीं। मगर आज इसी नवीन भवन 30 बिस्तर अस्पताल में जब अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन अस्पताल को शिफ्टिंग करने जा रहा है, तो नेता अपने चाल चरित्र के हिसाब से रंग बदलते हुए विरोध करने उतर गए हैं और विरोध भी स्वयं अपनी सरकार का कर रहे हैं। इससे अधिक हास्यपद क्या हो सकता है।

बता दें कि जिस जगह वर्तमान में अस्पताल संचलित हो रहा है, वह बहुत अधिक छोटा भवन और अव्यवस्थित हालात में है। इसी वजह से कड़मपाल के पास बने भवन में अस्पताल प्रबंधन जल्द शिफ्ट कर लोगों को राहत देना चाहता है। फिर अगर सरकार ने इतनी लंबी राशि खर्च कर स्वास्थ्य सुविधा के लिए अस्पताल बनवा दिया है तो आखिर उस पर शिफ्टिंग में अड़चन डालकर नेता अपनी ही राजनीति को दागदार बना रहे हैं। दंतेवाड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीआर पुजारी ने इस मामले में कहा है कि करमपाल में हमारा 30 बिस्तर अस्पताल बना हुआ है। यहां जगह की कमी हो रही है, अस्पताल को और अपडेट करना है, इसलिए शासन के निर्देशानुसार अस्पताल को शिफ्ट करने का कार्य चल रहा है, पर कुछ दिक्कतें आ रही जल्द ही बात कर समाधान निकाला जाएगा।

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