Indian News : बलरामपुर | जिस तरह आम लोग अपने सेहत को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के भोजन और श्रम को महत्व देते हैं, उससे भी जरूरी है कि वे अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखें। मानसिक स्वास्थ्य के इस महत्वपूर्ण विषय को समझने और इससे होने वाले फायदे और नुकसान तथा इसका कैसे हमारे परिवार और कार्यक्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है इसके बारे में कार्यशाला का आयोजन किया गया।

मानसिक स्वास्थ्य के इस विषय पर कार्यशाला का यह आयोजन मीडिया कलेक्टिव फ़ॉर चाइल्ड राईट ट्रस्ट (MCCRT) रायपुर और बलरामपुर- रामानुजगंज पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में, संयुक्त जिला कलेक्टर कार्यालय के सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि एसपी मोहित गर्ग उपस्थित रहे, वहीं एएसपी प्रशांत कतलम समेत पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और जिले भर के थाना प्रमुख, जवान और पत्रकारगण मौजूद रहे।

इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य विषय विशेषज्ञ के तौर पर उपस्थित मनोवैज्ञानिक डॉ स्वाति कुमारी ने बताया कि मानसिक रोग केवल दवाओं से ही नहीं, बल्कि काउंसिलिंग से भी ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव की स्थिति में देरी करने की बजाय तत्काल नजदीक के डॉक्टर या मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए, अन्यथा यह परेशानी और भी बढ़ सकती है।

पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने इस अवसर पर बस्तर जैसे नक्सली क्षेत्र में कार्य के अनुभव के बारे में बताया, जहां पर जवान काफी तनाव में रहते हैं। पुलिस के जवान कामकाज के बीच किस तरह अपना तनाव दूर करें, इसके लिए यह आयोजन किया गया। जवान अगर अपनी समस्या से अपने प्रमुख को अवगत कराएं तो उनका समय पर निदान किया जा सकता है, अन्यथा बाद में इसी वजह से मानसिक तनाव पैदा होता है।

मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर के मनोचिकित्सक डॉ संदीप ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहे इसके लिए पौष्टिक भोजन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। अगर बच्चों को शुरुआत में ही अच्छा भोजन दिया जाए तो उनका मस्तिष्क अच्छा रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में ज्यादातर लोग अत्यधिक नशे के चलते मानसिक रोगी हो जाते हैं, इसके लिए नशा छोड़ने की महती जरूरत है।

मीडिया कलेक्टिव फ़ॉर चाइल्ड राईट ट्रस्ट (MCCRT) रायपुर के महासचिव डी श्याम कुमार ने इस मौके पर बताया कि उनकी संस्था ने वर्तमान हालात और भागदौड़ की जिंदगी में बढ़ते जा रहे मानसिक तनाव को देखते हुए मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया। इसी तरह प्रदेश के दूसरे जिलों में भी ऐसे ही आयोजन करने की योजना है।

गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही बलरामपुर पुलिस के सहयोग से ही मीडिया कलेक्टिव फ़ॉर चाइल्ड राईट ट्रस्ट (MCCRT) द्वारा साइबर क्राइम पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमे उपस्थित पुलिस परिवार औऱ पत्रकारों को साइबर क्राइम विशेषज्ञों द्वारा देशभर में हो रहे साइबर अपराधों की जानकारी के साथ ही इससे बचने के उपाय और अपराधियों की खोजबीन के तरीके बताए। इन कार्यशालाओं के आयोजन में ASP प्रशांत कतलम और उनकी टीम के अलावा पत्रकारों का काफी योगदान रहा।

विशेष – जब इस मानसिक स्वास्थ्य के सम्बंध में व्यख्यान के विषय पर, जिला पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि, ये आयोजन अपने आप मे अनूठा था और इस परिचर्चा की वजह से, हमे कार्यालय और घरेलू जिंदगी में बहुत ज्यादा मदद मिलेगी। इस आयोजन से हमे निश्चित रुप से बहुत मदद मिलेगी।

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