Indian News : सिक्किम भारत के सबसे खुबसूरत राज्यों में से एक है। सिक्किम जाकर अगर आपने खूबसूरत झील के नज़ारे नहीं देखे तो कुछ नहीं देखा। यहां की ताज़ा हवा आपको अपना दीवाना बना देगी। बर्फ के ढके पहाड़ और स्पार्कलिंग ऑर्किड से लेकर यहां कि घाटियां सब इतनी खूबसूरत हैं कि आप अगर एक बार वहां घूम आए तो हर बार वहीं जाना चाहेंगें।सिक्किम घूमने जा रहे लोगों को सबसे ज्यादा मज़ा वहां की झीलें घूमनें में आता है।
यहां जाने के बाद आपको जन्नत का एहसास होता है। शोर, धूल मिट्टी से दूर हिमालय की गोद में बसे सिक्किम में अगर आप घूमने जा रहे हैं तो आप वहां की खूबसूरत झीलों के बारे में जान लें जो लोगों को सबसे ज्यादा पसंद आती हैं।
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सिक्किम की गुरुडोंगमार झील
- गुरुडोंगमार झील को मीठे पानी की झील कहा जाता है। ये झील ज़मीन से 5210 मीटर की ऊंचाई पर है। विश्व की सबसे ऊंची झीलों में से एक गुरुडोंगमार झील भी है। कंचनजंगा की पहाड़ियों के उत्तर-पूर्व में गुरुडोंगमार झील स्थित है।
- सर्दियों के मौसम में ये झील पूरी तरह से जम जाती है ऐसे में अगर आप सर्दियों में सिक्किम घूमने जा रहे हैं तो आपको सेना से परमिशन लेकर ही यहां जाने की अनुमति मिलती है क्योंकि इस झील से 5 किलोमीटर आगे सो लस्मो झील है जहां लोग ट्रेकिंग करके जाते हैं।
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सिक्किम की त्सोंगमो झील
- त्सोंगमो झील को सिक्किम के लोग पवित्र झील मानते हैं क्योंकि मौसम बदलते ही इस झील का रंग भी बदल जाता है।
- आपको ये भी बता दें कि भारतीय डाक सेवा ने साल 2006 में एक टिकट भी इस झील को डेडिकेट करते हुए डिज़ाइन की थी। ये झील सिक्किम घूमने गए लोगों के लिए मस्ट विजिट प्लेस की लिस्ट में जरुर होती है।
सिक्किम की लंपोखारी झील
- सिक्किम में बोटिंग का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आप लंपोखारी झील घूमने जरुर जाएं। इस झील में पैडल बोटिंग होती है और यहां के लोकल लोग इसे अरितार झील भी कहते हैं। ये झील समुद्र तल से 1402 मीटर ऊंची है।
- सिक्किम की सबसे पुरानी झील लंपोखारी गंगटोक से दूर है यहां जाने के लिए आपको गंगटोक से 3 घंटे का समय लग जाएगा। लेकिन यहां जाने के बाद आपको जो आनंद आएगा उसके लिए आप दोबारा यहां जरुर जाना चाहेंगे।
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सिक्किम की त्सो ल्हामो झील
- इस झील पर अगर आप घूमना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले सेना की परमिशन लेनी होगी। त्सो ल्हामो झील घूमना उन लोगों के लिए ज्यादा मज़ेदार रहेगा जिन्हें एकांत में रहना पसंद होता है और वो प्राकृति की सुंदरता के फैन होते हैं यहां पर आप आराम से बैठकर प्राकृतिक नज़ारे देखते देखते घंटो बिता सकते हैं।
- प्रकृति के इतना करीब महसूस करने के बाद आपको वापस शहर में आने के बाद मन नहीं लगेगा।
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सिक्किम की खेचेओपलरी झील
- खेचेओपलरी दो शब्दों से बना है जिसका मतलब है उड़ने वाले फरिश्तों का महल यानि देवताओं के रहने की जगह तो आप अब इसके नाम के अर्थ से ही समझ गए होंगे कि ये झील कितनी खूबसूरत होगी। अगर आपको ध्यान में बैठना पसंद है तो आप यहां ध्यान लगाकर घंटो बैठ सकती हैं यहां पर आपको कोई भी परेशान नहीं करेगा।
- प्राकृतिक हवा और पेड़ों की खूशबू पक्षियों की अवाज़ आपका तन मन सब साफ कर देगी और आप में नई एनर्जी भर देगी। अगर आप बहुत परेशान रहते हैं तो भी आप यहां पर जाने के बाद अपनी परेशानी भूल जाएंगे और वापस आने के बाद सिर्फ इन्ही नज़ारों को याद करेंगे।
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