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Fake Shopping Website: शॉपिंग वेबसाइट की आड़ में लूट-पाट करना साइबर क्राइम करने वालों का हॉट-स्पॉट है क्योंकि यहां लाखों करोड़ों की लेन-देन होती है.

Online Fraud: डिजिटल दुनिया ने जितना हमारा काम आसान किया है, परेशानी के रास्ते भी उतने ही खोल दिए हैं. घर बैठे-बैठे हम विदेशी ब्रांड की चीजों की शॉपिंग और पेमेंट बस कुछ क्लिक्स में कर लेते हैं. अगर इस काम को करते वक्त कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा, तो भारी कीमत चुकानी पड़ती है.




हर किसी को महंगी और ब्रांडेड चीजें सस्ते दाम में चाहिए. लोगों की इसी मानसिकता का फायदा उठाते हुए फ्रॉड करने वाले नकली शॉपिंग वेबसाइट बनाते हैं. इन वेबसाइट पर बड़े-बड़े ब्रांड के सामान को भारी छूट में देने का दावा किया जाता है. आम लोग सस्ते दाम में महंगी चीजों को खरीदने के लालच में फंस जाते हैं.

फेक शॉपिंग वेबसाइट्स की पहचान कैसे करें

फेक शॉपिंग वेबसाइट्स कई प्रकार की होती हैं. जिन्हें भी इसकी जानकारी होगी वह हन शॉपिंग वेबसाइट को ध्यान से देखेगा और आश्वस्त होने पर ही उस वेबसाइट पर क्लिक करेगा-

  • फिशिंग वेबसाइट (Phishing Website): इन वेबसाइट का लुक, रंग, लोगो, नाम, फॉन्ट सबकुछ हूबहू किसी भी मशहूर शॉपिंग या ई-कॉमर्स वेबसाइट की तरह होता है. अगर आपने असली और नकली वेबसाइट की पहचान करने में गलती कर दी, तो जैसे ही आप पेमेंट के लिए क्लिक करेंगे आपके कार्ड का सारा डाटा चोरी हो जाएगा. इसलिए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले या वेबसाइट पर क्लिक करने के पहले उसके लोगो, डोमेन आदी को अच्छे से परख लें.
  • इंडीपेंडेंट वेबसाइट (Independent Website): ये किसी वेबसाइट की कॉपी नहीं होते हैं लेकिन इन पर ब्रांडेड चीजें सस्ते दाम पर बेचने का दावा किया जाता है. वेबसाइट पर केवल सामान की फोटो लगाकर ऑर्डर ले लिया जाता है. आप ऑर्डर तो दे देते हैं लेकिन वह सामान कभी आपके घर पहुंचेगा ही नहीं क्योंकि वेबसाइट पर केवल प्रॉडक्ट्स की तस्वीरें लगाई जाती हैं. असली मकसद तो आपकी और आपके कार्ड की डीटेल चुराना होता है.

कैसे करें नकली वेबसाइट की पहचान?

  1. URL में https और Lock का निशान देखें. अगर वेबसाइट की लिंक की शुरुआत में https:// निशान ना दिखे, तो समझिये कि आप नकली वेबसाइट पर हैं.
  2. लुक, लोगो और फॉन्ट को ध्यान से देखें. नकली वेबसाइट की स्पेलिंग, फॉन्ट टाइप बिलकुल असली वेबसाइट जैसी होती है. जैसे Amazon की जगह नकली वेबसाइट का नाम Amezon होगा. ऐसे उल्टे-पुलटे नाम पर नजर पड़ते ही सतर्क हो जाएं.
  3. बिजनेस रेटिंग: वेबसाइट के बारे में गूगल पर सर्च करें. अगर उस वेबसाइट की कंपनी का नाम, पता आदि की जानकारी गूगल पर ना मिले तो संभव है कि वह वेबसाइट नकली है.
  4. साइट सर्च: यह गूगल का एक शॉटकट है. गूगल पर जब site:amazon.com टाइप करेंगे तो केवल अमेजॉन और उससे जुड़ी जानकारियां ही अगले सभी 10 पेजों पर दिखेंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि अमेजॉन पर प्रॉडक्ट और रेटिंग की भरमार है. नकली वेबसाइट पर प्रोडक्ट की लिस्टिंग नाम मात्र होती है. इसलिए Google Site Search में उस साइट से जुड़ी नाम मात्र जानकारी ही मिलेगी.
  5. पेमेंट ऑप्शन: नकली वेबसाइट पर कैश ऑन डिलिवरी (COD) का ऑप्शन गायब होता है. केवल क्रेडिट और डेबिट के माध्यम से पेमेंट का विकल्प होता है.

ध्यान रहे, कि Fraud Shopping Website विज्ञापन और SEO Technique के माध्यम से गूगल पर खुद को रैंक करवाती हैं. गूगल रैंकिंग मिलते ही उस वेबसाइट की ट्रैफिक बढ़ जाती है और लोगों को लगता है कि वह कोई लोकप्रिय और विश्वसनीय साइट से शॉपिंग कर रहे हैं. लेकिन आपको हर डिजिटल पमेंट या ऑनलाइन जानकारी शेयर करते वक्त सतर्क रहना चाहिए.

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