Indian News : जया किशोरी जानीमानी मोटिवेशनल स्‍पीकर और कथावाचिका हैं. उनका बड़ी तादाद में लोगों पर प्रभाव है. सोशल मीडिया पर उनके फॉलोअर की संख्‍या लाखों में है. उनकी बातों का काफी असर भी पड़ता है. उनके मोटिवेशनल स्‍पीच ने न जाने कितने ही भटके हुए लोगों को रास्‍ता दिखाया है. कुछ महीने पहले जया किशोरी ने कथावाचन के दौरान दावा किया था कि मोरनी और मोर कभी शारीरिक संभोग नहीं करते हैं. मोरनी मोर के आंसुओं को पीकर गर्भवती होती है. उनके इस दावे पर अलग-अलग लोगों ने अपनी राय रखी थी.

जया किशोरी ने अपनी एक सभा में कहा था कि मोर और मोरनी कभी भी शारीरिक संभोग नहीं करते हैं. उन्‍होंने आगे कहा था कि ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि फिर मोरनी के संतान कैसे होते हैं? इसी सभा में उन्‍होंने आगे कहा था कि मोरनी मोर के आंसुओं को पीकर गर्भ धारण करती है. यही वजह है कि भगवान श्रीकृष्‍ण मोर पंख लगाते हैं

अब सवाल उठता है कि जया किशोरी के इस दावे में कितना दम है. क्‍या सच में मोरनी मोर के आंसुओं को पीकर गर्भ धारण करती है? विज्ञान की नजर से देखें तो उनके इस दावे में कोई सच्‍चाई नहीं है. मोर-मोरनी शारीरिक संबंध स्‍थापित करते हैं, जिसके बाद मोरनी गर्भ धारण करती है.




मोर और मोरनी को कई बार प्रेम की मुद्रा में भी देखा जा चुका है. जया किशोरी से पहले एक जज ने कहा था कि मोर ब्रह्मचारी होता है, इसिलिए उसे राष्‍ट्रीय पक्षी का दर्जा दिया गया है. हालांकि, ऐसा कुछ नहीं है. यह मिथक पूरी तरह से मान्‍यताओं पर आधारित हैजानेमाने वाइल्‍डलाइफ फोटोग्राफर विजय गोयल ने मोर-मोरनी के संबंध बनाने की तस्‍वीरें खींची हैं और उसे सोशल साइटों पर साझा भी किया है. पक्षियों को संभोग करने में 15 सेकेंड तक का वक्त लगता है. इस दौरान मोर मोरनी में स्‍पर्म ट्रांसफर करता है, जिसकी वजह से मोरनी गर्भ धारण करती है. 

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