Indian News : UPPSC PCS 2022 के रिजल्ट्स आ गए हैं. इस परीक्षा में दिव्या सिकरवार ने टॉप किया है. पर उनसे भी ज्यादा चर्चा 62वीं रैंक लाने वाली आयुषी सिंह बटोर रही हैं. कहानी ही कुछ ऐसी है. दरअसल आयुषी के पिता योगेंद्र सिंह मुरादाबाद के डिलारी के पूर्व ब्लॉक प्रमूख थे. मार्च 2013 में छात्र नेता और शार्प शूटर रिंकू चौधरी की हत्या के मामले में योगेंद्र सिंह ने खुद कोर्ट में सरेंडर किया था. रिपोर्ट्स के अनुसार आयुषी के पिता पर इसके अलावा भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे.

रिंकू की हत्या के मामले में कार्यवाही चल रही थी. 2015 में योगेंद्र को कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस कस्टडी में योगेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उस समय आयुषी 11वीं क्लास में थी. और अब वो UPPSC क्लीयर कर डिप्टी एसपी बन गई हैं. आजतक में छपी ख़बर के मुताबिक योगेंद्र सिंह अपनी बेटी को अफसर बनाने का सपना देखते थे. और आठ साल बाद ये सपना पूरा हो गया था.

शूरुआत से मेरे पापा चाहते थे कि मैं एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ जाऊं इसीलिए 12वीं तक तो मैंने साइंस स्ट्रीम ली थी लेकिन मैंने ग्रेजुएशन आर्ट्स से की ताकि मैं अपने पापा के सपने को पूरा कर पाऊं. थोड़ी-थोड़ी प्रिपरेशन ग्रेजुएशन से शुरू की थी लेकिन जो ठीक से प्रिपरेशन शुरू हुई थी वह मास्टर से स्टार्ट से हुई थी. इसी बीच मैंने जून 2020 मैं UGC NET भी क्वालीफाई किया है.’

‘अफसर बनूंगी’

आयुषी का मानना है कि पिता की हत्या पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन का फेलियर था. आयुषी का कहना है कि पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के सामने मेरे पिता की हत्या हुई थी. उन्होंने आगे कहा कि वो आगे जाकर पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन में अपना योगदान देना चाहती हैं,  ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो. आयुषी ने आगे कहा कि वो ट्रेनिंग पीरियड के बीच के वक्त में यूपीएससी की तैयारी करेंगी.

कैसे की तैयारी?

आयुषी ने अपनी तैयारी और स्ट्रेटर्जी के बारे में भी बताया. आयुषी ने बताया कि उन्होंने पहले मेंस पर फोकस किया था. उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले बुक से मेंस की तैयारी कंप्लीट की और उसके बाद उन्होंने प्रीलिम्स से तीन महीने पहले स्ट्रैटेजी बनाई और दूसरे अटेम्प्ट में क्लियर कर लिया. इससे पहले भी आयुषी ने प्रीलिम्स दिया था, पर तीन मार्क्स से चूक गईं थी. हालांकि, इसके बाद उन्होंने अपने पहले मेंस और इंटरव्यू में क्वालिफाई कर लिया. 

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