धोखाधड़ी में शामिल दोनो आरोपी है मूलतः बिहार के निवासी।

परीक्षा में दिनेश यादव के स्थान पर मनीष उर्फ अमर ंिसंह दे रहा था परीक्षा।

आरोपी मनीष उर्फ अमर सिंह पूर्व में भिलाई में आयोजित प्रारंभिक परीक्षा में भी था शामिल।




आरोपी दिनेश यादव ने अपने स्थान पर मनीष उर्फ अमर सिंह को परीक्षा देने की एवज में दिये थे लाखो रूपये।

घटना में संलिप्त दोनो आरोपियांे को किया गया गिरफ्तार।

आरोपियों के विरूद्ध थाना डी.डी.नगर में अप. क्र 305/22 धारा 420 भादवि. के तहत किया गया है अपराध पंजीबद्ध।

Indian News : प्रार्थी रूपेश वर्मा ने थाना डी.डी. नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह पुरानी बस्ती रायपुर में रहता है तथा टाटा कन्सलटेन्सी में ऑपरेशन एक्जीक्यूटीव के पद पर पदस्थ है। प्रार्थी की कंपनी स्टेट व सेंट्रल गर्वमेंट के साथ प्राइवेट कंपनियो के एन्ट्रेन्स एक्जाम और भर्ती परीक्षा का काम करती है। दिनांक 05.06.22 को IDZ Sarona कर्मचारी राज्य बीमा निगम, मल्टी टास्किंग स्टाफ अंतर्गत चपरासी पद का मुख्य परीक्षा आयोजित किया गया था |

जिसमें प्रार्थी केन्द्राध्यक्ष था, जिसके अधिनस्थ 221 छात्र परीक्षा दे रहे थे, परीक्षार्थियो को वेरीफाई करने के लिए 15 (Invigilator) तथा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अधिनस्थ असिस्टेन्ट डायरेक्टर के साथ अन्य 04 अधिकारी उपस्थित थे। परीक्षा में दिनेश कुमार यादव पिता चैवा यादव निवासी गांव मरसंधा तहसील रतनी फरीदपुर जिला जहानाबाद बिहार जिसका रोल नं. 1463000002 जो ओ.बी.सी/पी.डब्लू.डी (B-Deaf hard of Hearing) श्रेणी में आता है।

परीक्षा दिनांक 05.06.22 के दोपहर 02ः00 बजे से 04ः00 बजे तक थी। परीक्षा में दस्तावेज प्रमाणीकरण के दौरान प्रवेश पत्र की फोटो मतदाता परिचय पत्र की फोटो मिलान किया गया जिसमें मतदाता फोटो परीक्षार्थी के फोटो से मेल खाती दिखी, परन्तु परीक्षा देने आये व्यक्ति से ये मेल खाता नहीं दिखा जिसे विक्षक (invigilator) ने पकड़ा और व्यक्ति से कई बार पूछने पर भी वह नही बताया। प्रार्थी द्वारा इसकी जानकारी ESIC Observer दिनेश श्रीवास वैन्यु आॅफिसर को देने पर Observer ने भी उक्त व्यक्ति से कई बार पूछा कि यह फोटो और Admit Card में जो फोटो है यह तुम ही हो क्या जिस पर व्यक्ति ने हां बोला। Observer ने व्यक्ति से एक सादे पेपर पर self declaration लिखवा के परीक्षा देने के लिए Allow किया।

परीक्षा होने के बाद पुनः व्यक्ति से पूछताछ करने पर परीक्षा देने वाले व्यक्ति ने अपना नाम मनीष उर्फ अमर सिंह निवासी बिहार का होना बताने के साथ ही यह भी स्वीकार किया कि वह दिनेश यादव के स्थान पर परीक्षा देने आया है। इसके पूर्व भी प्रारंभिक परीक्षा में वह दिनेश यादव के स्थान पर परीक्षा दे चुका है। जांच पर पाया गया कि दिनेश यादव एवं मनीष उर्फ अमर सिंह द्वारा धोखाधड़ी करते हुये उक्त परीक्षा में दिनेश यादव के स्थान पर परीक्षा देने मनीष उर्फ अमर सिंह सम्मिलित हुआ है। जिस पर आरोपी मनीष उर्फ अमर सिंह एवं दिनेश यादव के विरूद्ध थाना डी.डी.नगर में अपराध क्रमांक 305/22 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन एवं थाना प्रभारी डी.डी. नगर के नेतृत्व में थाना डी.डी.नगर पुलिस टीम द्वारा आरोपी मनीष उर्फ अमर सिंह से पूछताछ करने पर उसके द्वारा उक्त अपराध को कारित करना स्वीकार किया गया। टीम के सदस्यो द्वारा मनीष उर्फ अमर सिंह से धोखाधड़ी में सम्मिलित दिनेश यादव के संबंध मंे पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि दिनेश यादव चरौदा भिलाई में रूका है, जिस पर टीम के सदस्यो द्वारा त्वरित कार्यवाही कर आरोपी दिनेश यादव को भी पकड़ा गया। दोनांे आरोपियांे को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई।

गिरफ्तार आरोपी –

  1. मनीष उर्फ अमर सिंह पिता योगेन्द्र ंिसंह उम्र 24 साल निवासी ग्राम एवं पोस्ट करथ थाना तरारी जिला भोजपुर बिहार।
  2. दिनेश यादव पिता चोवा यादव उम्र 26 साल निवासी ग्राम मरसंधा पोस्ट धानाडहरी थाना परस बीगहा जिला जहानाबाद बिहार

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