Indian News : जबलपुर । मध्य प्रदेश के जबलपुर में एटीएम में कैश डालने आई टीम से बंदूक के दम पर 30 लाख रुपए के लूट की घटना हो गई है। इस दौरान लुटेरे ने फायरिंग की तो गोली लगने से एक सिक्योरिटी गार्ड की मौत हो गई। वहीं दो अन्य घायल हो गए।
जबलपुर में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम में कैश जमा करने गई टीम के साथ दोपहर को दो लुटेरों ने इस घटना को अंजाम दिया है। अनुमान है कि लुटेरे करीब 30 लाख रुपए लेकर फरार होने में कामयाब हुए हैं। इस दौरान एक लुटेरे ने फायरिंग की तो एक सिक्योरिटी गार्ड की मौत हो गई। वहीं दो अन्य घायल हो गए हैं।
पुलिस के अनुसार शुक्रवार को गौराबाजार थाना क्षेत्र में बिलहरी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा के एटीएम में दोपहर ढाई बजे के करीब कैश जमा करने टीम पहुंची थी। वहां घात लगाकर दो युवक इंतजार कर रहे थे। जैसे ही कैशियर राज बहादुर सिंह और श्रेयांश ताम्रकार एटीएम में घुसे, वहां पहले से छिपे बैठे नकाबपोश ने फायरिंग शुरू कर दी।
घटना के बारे में सीएसपी आलोक शर्मा ने बताया कि एटीएम में राज बहादुर सिंह और श्रेयांश के घुसते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। इस दौरान युवक कैश पेटी लेकर बाहर भाग गया। टीम के साथ आए सिक्योरिटी गार्ड राज बहादुर पटेल हरकत में आता, उससे पहले ही वहां मोटरसाइकिल के साथ मौजूद युवक ने उसे गोली मार दी। एटीएम से निकले युवक ने भी सिक्योरिटी गार्ड पर फायर कर दिया। कैश वैन के ड्राइवर विकास यादव को तो उतरने का वक्त तक नहीं मिला। दोनों युवक बाइक पर बैठकर फरार हो गए।
दो घायलों की हालत स्थिर
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद तीनों को तत्काल अस्पताल भिजवाया गया। डॉक्टरों ने सिक्योरिटी गार्ड को प्रारंभिक जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। शेष दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बदमाश अपने साथ करीब 30 लाख रुपए लूटकर ले गए हैं।
सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिखा चेहरा
घटना के बाद से पुलिस बैंक और क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिग खंगाल रही है। सीसीटीवी कैमरे में घटना रिकॉर्ड हुई है पर चेहरा ढंका होने की वजह से चेहरा ठीक से दिखाई नहीं दे रहा है। पुलिस ने पूरे शहर की नाकाबंदी कर संदिग्धों की जांच कर रही है।
बदमाशों को पता था टीम के आने का समय
इधर जांच में लगी पुलिस को घटनास्थल से आधा दर्जन चले हुए कारतूस मिले हैं। घटना को जिस तरह से अंजाम दिया गया है उससे लग रहा है कि आरोपी कई दिन से कैश वाहन की रैकी कर रहे थे। उन्हें पता था कि एटीएम में कैश जमा करने टीम कितने बजे आती है। इसके आधार पर ही उन्होंने लूट की साजिश रची थी।