गिरोह के निशाने पर था व्यापम जैसी बड़ी भर्तीयां
Indian News : रायगढ़। फर्जी डिग्री के आधार पर डाक सेवक भर्ती में नौकरी दिलवाने वाले गिरोह के 7 सदस्यों को पुलिस सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से कंप्यूटर, स्केनर, स्कूल के सील, मुहर, 15 हजार नकद, 3 मोबाइल और 2 कार जब्त किया है। वहीं मामले में शामिल एक आरोपी फरार है, जिसकी पतासाजी की जा रही है।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी अभिषेक मीना ने बताया कि अभ्यर्थियों को नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर रूपयों की वसूली कर और फर्जी अंकसूची दिलाने वाले गिरोह की पतासाजी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीम लगी हुई थी। जिससे पुलिस के टीम ने आज सुबह गिरोह के मुख्य सरगना हीरालाल गबेल सहित 7 आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से हिरासत में लिया गया।
जिनसे ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में फर्जीवाड़ा के संबंध में पूछताछ करने में पर आरोपियों ने अपनी-अपनी भूमिका बताएं। खमरिया निवासी आरोपिया स्वाति कंवर ने बताया कि डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में भर्ती के लिए उसके पिता वीरेंद्र सिंह तथा जीजा लखेश्वर सिंह, दलाल संजय शर्मा के माध्यम से हीरालाल गबेल के संपर्क में आए। दलाल संजय शर्मा किसी भी भर्ती में सर्टिफिकेट के आधार पर भर्ती कराने का प्रलोभन दिया।
हीरालाल गवेल जो कि पूर्व में आपेन स्कूल का अध्यक्ष था, अपने पास रखे सील, मुहर का गलत इस्तेमाल करता था। आरोपी हीरालाल गबेल वर्ष 2005 में जाली नोट मामले जेल भी जा चुका है। गिरोह में शामिल मालखरोदा जांजगीर चांपा का योगेंद्र धीरहे का कंप्यूटर सेंटर है, जहां फर्जी मार्कशीट तैयार किया जाता था। हीरालाल गबेल, योगेंद्र धीरहे तथा संजय शर्मा मिलकर अभ्यर्थियों से संपर्क करते थे और उन्हें किसी भी तरीके से नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर रुपए ऐंठा करते थे। कुमारी स्वाति कंवर के अलावा कृष्ण कुमार साहू भी इनके जालसाजी को जानते हुए भर्ती के लिए इन्हें रकम दिया था।