Indian News : चेन्नै | तमिलनाडु के मेलूर में एक आश्चर्यचकित कर देने वाली घटना सामने आई है। पुलिस ने स्कूल में छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक सरकारी स्कूल के टीचर को गिरफ्तार किया है। साइंस का टीचर पढ़ाने के नाम पर छात्राओं के साथ गंदी बातें करता था, इतना ही नहीं उसने 40 से ज्यादा छात्राओं का यौन शोषण किया। यह मामला चीफ ऐजुकेशन ऑफिसर की जानकारी में भी था लेकिन उन्होंने भी इस पर कोई कार्यवाई नहीं की।
टीचर स्कूल में छात्राओं को साइंस पढ़ाता था। उसकी आड़ में वह उनके साथ अश्लील बातें करता था। छात्राओं का यौन शोषण भी करता। जब शिकायत के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की तो कुछ छात्राओं ने चाइल्डलाइन 1098 में सूचना दी। इसके बाद, स्कूल में अभिभावक शिक्षक संघ के एक सदस्य ने भी शिकायत दर्ज कराई, उसके बाद टीचर पर पोक्सो ऐक्ट की धाराओं में केस दर्ज करके गिरफ्तार किया गया।
छूता शरीर के अंग
छात्राओं ने बताया कि पढ़ाने के दौरान टीचर शरीर, सेक्स और इससे संबंधित अन्य चैप्टरों को बार-बार पढ़ाता। उन्हें अश्लील तरीके से समझाता। वह साथ में स्टेथोस्कोप रखता। छात्राओं को स्टेथोस्कोप का प्रयोग करना बताता और इस बहाने उनके शरीर को गंदी तरीके से हाथ लगाता था।
ऐसे खुली टीचर की पोल
छात्राओं ने चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन पर शिकायत की, जिला बाल संरक्षण इकाई के अध्यक्ष डॉ विजया सरवनन, सदस्यों बी पांडियाराजा और एम आर शांति सहित जिला सीडब्ल्यूसी के सदस्य और जिला बाल संरक्षण इकाई के सलाहकार स्कूल पहुंचे। उन्होंने छात्राओं से पूछताछ की और टीचर के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दी। उसके बाद एफआईआर दर्ज करके टीचर को गिरफ्तार किया गया।
वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों ने जिला कलेक्टर एस अनीश शेखर से मदुरै के जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ) आर स्वामीनाथन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने बताया कि अब तक लगभग 40 छात्राओं के यौन शोषण करने की बात सामने आई है। उनमें से कई अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति की छात्राएं हैं।