Indian News : दुर्ग जिले में लगातार बढ़ रहे अपराधों को देखते हुए एसपी अभिषेक पल्लव ने नई पहल की है. इसके तहत थानों के बाहर QR-CODE लगाए गए हैं. अब आम जनता क्यूआर कोड को स्कैन करके अपनी शिकायत सीधे पुलिस कप्तान के साथ दुर्ग जिला पुलिस सीसीटीएनएस और संबंधित थाने के टीआई को भेज सकते हैं. इसके अलावा जनता पुलिस द्वारा किए गए वर्ताव का फीडबैक भी एसपी तक पहुंचा सकती है. यहीं नहीं शिकायतों के साथ लोग पुलिस को  सुझाव भी दे सकते हैं. 

कोई भी व्यक्ति क्यूआर को स्कैन कर वीडियो अपलोड के जरिए शिकायत या सुझाव पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा सकता है. फिलहाल दुर्ग जिले के सुपेला, भिलाई नगर, वैशाली नगर, नेवई, भट्टी और स्मृति नगर पुलिस चौकी में फीडबैक सिस्टम के लिए क्यूआर कोड लगाया गया था. 74 दिनों में करीब 45 लोगों ने कोड स्कैन करके फीडबैक दिया है. पुलिस ने इसे प्रयोग के रूप में शुरू किया था. सबसे ज्यादा वैशाली नगर थाने से फीडबैक मिले हैं. उसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि वैशाली नगर थाने के वेटिंग एरिया में क्यूआर कोड लगाया गया था, जबकी बाकी थाने और चौकी में थाने के बाहर लगाया गया था | वेटिंग एरिया में इंतजार करने के दौरान ज्यादातर लोगों ने फीडबैक दिया है. अब सभी थानों में वेटिंग एरिया में क्यूआर कोड को लगाया दिया गया है.थानों के साथ अब पब्लिक प्लेस, मार्केट एरिया और स्मृति नगर स्थित मॉल में भी क्यूआर कोड लगाया जाएगा. फीडबैक फार्म भरने वालों से सीएसपी ऑफिस संपर्क करता है. इसके बाद उनकी शिकायत और फीडबैक के आधार पर आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया जाता है. जिससे थाने में आने वाले पीड़ितों की समस्या को 15 दिनों में पूरी तरह समाप्त किया जा सके.

ऑफलाइन व्यवस्था भी शुरू
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि जिन लोगों को ऑनलाइन शिकायत करने में दिक्कत हो रही है. उनके लिए एक ऑफलाइन शिकायत बॉक्स की शुरुआत की गई है, जिसे जिले के हर थाने में रखा जाएगा. इसके अलावा इन बॉक्स स्कूल, ऑफिस और मॉल में भी लगाया जाएगा. इसकी मुख्य उद्देश्य ये है कि किसी के साथ भी गंभीर अपराध होने पर व्यक्ति शिकायत कर सकते हैं. इसमें बिना नाम के शिकायतों को डाला जा सकता है. इन शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.

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