Indian News : आम खाना भला किसे पसंद नहीं होगा फिलहाल तो आम का ही सीजन चल रहा है, ऐसे में आए दिन इंटरनेट पर नए-नए तरह के आम के बारे में सुनने को मिलता है। बता दें कि दशहरी, लंगड़ा, चौसा और मालदा समेत कई तरह के आम हमारे देश में मशहूर है, लेकिन इन सभी आमों में एक आम ऐसा भी है, जो आकार और वजन दोनों में इन सभी आम के किस्मों से अलग और बड़ा है। आम के इस किस्म के अंतर्गत दुर्लभ नूरजहां आम भी आता है, जो अपने आकार, स्वाद और मिठास के लिए मार्केट में लोकप्रिय है।
भारतीय आम के किस्मों के नाम और स्वाद दोनों ही बहुत अनोखा है। यहां आम के किस्मों का नाम उसकी खासियत और उत्पत्ति को देखकर रखा जाता है। इसी में से एक नाम है हाथी झूल आम का नाम। क्या आपको पता है कि आम को यह नाम कैसे मिला और यह कहां पाया जाता है। हाथीझूल आम का यह नाम बेहद खास है, इसका नाम एक किसान ने इसके आकार को देखते हुए रखा था। बता दें कि एक किसान अपने खेत में आम के पेड़ में इस 5-6 किलो के आम को लटकते और हवा में झूलते हुए देखकर इस आम का नाम हाथी झूल रख दिया। हाथी की तरह तो नहीं लेकिन सभी आमों में हाथी झूल का आकार और वजन दोनों ज्यादा होने के कारण और आम पेड़ पर लटके हुए हवा में झूलने की वजह से, इसे किसान ने हाथी झूल आम का नाम दिया गया।
हाथी झूल आम अन्य आम से वजन और आकार में ज्यादा एवं बड़ा होता है। बता दें कि इस आम का एक फल 4-5 और 5-6 किलोग्राम के आसपास होता है। वजन ज्यादा होने के कारण आप इस आम को साधारण मार्केट में नहीं खरीद सकते। यह आम ऑनलाइन मार्केट में उपलब्ध है और इसे आप किसी बड़े फल या सब्जी मार्केट से भी खरीद सकते हैं। हाथी झूल आम का उपयोग साधारण खाने, अचार बनाने और दूसरी रेसिपीज में इस्तेमाल करने के लिए किया जाता है। बता दें कि यह आम हर जगह नहीं मिलता है। हाथी झूल आम को उत्तर प्रदेश के कुछ गांवों में उगाया जाता है और यूपी ही इस आम का मुख्य गढ़ है। यूपी के अलावा दूसरे राज्यों ने भी इसे अपने यहां लगाने की कोशिश की है।