Indian News : नई दिल्ली। देश में महंगाई आसमान छू रही है। पेट्रोल-डीजल, एलपीजी सिलेंडर से लेकर घरेलू सामानों की कीमतों में भी काफी उछाल देखा गया है। भारतीय घरों में अक्सर महीनेभर का राशन एक साथ आता है। पिछले 10 सालों में आटे की कीमत कितनी बढ़ी है ? और क्यों बढ़ी है? इसका हिसाब लगाना होगा

एक रिपोर्ट के अनुसार एक साल में एक किलों आटे की कीमत में 4 रुपय का इजाफा हुआ है। आटे की बात इसलिए क्योंकि धीरे-धीरे आटे की कीमत सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। जनवरी 2010 के बाद आटे की कीमत में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। अब यह सोचने वाली बात है कि आटा इतना महंगा क्यों हो रहा है?

विशेषज्ञों की माने तो आटे की कीमत बढ़ने के पीछे दो कारण हो सकते हैं। पहला देश में गेंहू का उत्पादन घट रहा है और इसके साथ ही देश में गेंहू का स्टॉक भी कम हो रहा है। दूसरा अन्य देशों में गेंहू की डिमांड बढ़ी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 9 मई को देश की राजधानी दिल्ली में एक किलो आटे की कीमत 27 रुपए थी। जबकि अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में एक किलो आटे का भाव 59 रुपए है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में 1 जनवरी से लेकर अबतक आटे की कीमत में 6 फीसदी तक बढ़ोतरी की गई है।




रूस-यूक्रेन युद्ध का हुआ असर

Inflation in India : इस बीच रूस-यूक्रेन के युद्ध का भी असर गेंहू उत्पादन पर पड़ा है। ऐसा इसलिए क्योंकि दुनिया में गेंहू उत्पादन में रूस और यूक्रेन की हिस्सेदारी 1/4 थी। बता दें साल 2019 में रूस और यूक्रेन ने क्रमशः 8.14 अरब डॉलर और 3.11 अरब डॉलर का गेहूं निर्यात किया था। जिसके बाद दोनों देशों में युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में गेंहू की कमी हो गई है। इसके कारण गेंहू की कीमतें लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा भारत में गेंहू की कीमत बढ़ने का कारण ये है कि अन्य देशों में भारतीय गेंहू की बहुत ज्यादा डिमांड है।

आटे के साथ इन चीजों के भी बढ़े दाम

Inflation in India : देश में आटे के साथ-साथ चावल-दाल, तेल और नमक की कीमतों में भी काफी बढ़त की गई है। पिछले 10 सालों में चावल की कीमत में 42 फीसदी प्रति किलो तक बढ़ी है। आंकड़ों के अनुसार 9 मई 2013 को एक किलो चावल का औसत रेट 25.40 रुपए थी जो 9 मई 2022 को बढ़कर 36.07 रुपए हो गई है। इसके अलावा 10 साल में तुअर दाल की कीमतें 48 फीसदी तक बढ़ी है। प्रति किलो तुअर दाल का भाव 70 रुपए से बढ़कर 102 रुपए के पार पहुंच गया है। गेंहू आटे के अलावा तेल की कीमतें भी तेजी से बढ़ी है। गत 10 वर्षों में मूंगफली तेल की कीमत 43 फीसदी बढ़ी है। सरसों तेल का रेट 84% तक बढ़ा है। इसके अलावा वनस्पति तेल 129% तक बढ़ा जबकि पाम ऑयल सबसे ज्यादा 104% तक महंगा हुआ है।

You cannot copy content of this page