Indian News : ऑस्ट्रेलिया | सिडनी में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बिजनेस लीडर्स और सीईओ को संबोधित करते हुए भारतीय सरकार के आर्थिक और औद्योगिक विकास के बड़े कदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने देश में 12 नए इंडस्ट्रियल जोन स्थापित करने की योजना बनाई है। साथ ही, देश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च को दोगुना कर दिया गया है, जिससे भारत में आर्थिक विकास और व्यापारिक अवसरों में वृद्धि होगी।
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इंडस्ट्रियल जोन की स्थापना से मिलेगा रोजगार
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार का उद्देश्य उद्योग और व्यापार में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करना है। 12 नए इंडस्ट्रियल जोन की स्थापना से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा। ये जोन देश के विभिन्न हिस्सों में स्थापित किए जाएंगे, जिससे क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।
दोगुना हुआ इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश
एस. जयशंकर ने बताया कि भारतीय सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च को दोगुना कर दिया है। इस निवेश के जरिए सड़कों, रेलवे, बंदरगाहों, और हवाई अड्डों जैसे प्रमुख क्षेत्रों को मजबूत किया जा रहा है। उनके अनुसार, इस कदम से न केवल नागरिकों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी, बल्कि भारत एक वैश्विक व्यापारिक केंद्र के रूप में भी उभरेगा। साथ ही, यह निवेश विदेशी निवेशकों को भी भारतीय बाजार में व्यापार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
औद्योगिक और व्यापारिक विकास के लिए उठाए गए बड़े कदम
विदेश मंत्री ने बताया कि मौजूदा सरकार ने अपनी नीतियों में व्यापक बदलाव किए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य भारत को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टैक्स स्ट्रक्चर में सुधार, स्किल डेवलपमेंट पर जोर और व्यापार को सरल बनाने जैसे कई कदम उठाए हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य देश को एक विश्वस्तरीय उत्पादन और व्यापार केंद्र में बदलना है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए यह समय भारत में निवेश का सबसे उपयुक्त समय है।
ऑस्ट्रेलियाई बिजनेस समुदाय को भारत में निवेश के लिए किया प्रोत्साहित
जयशंकर ने ऑस्ट्रेलियाई व्यापारिक नेताओं को भारत में निवेश करने का आमंत्रण दिया और भारत में व्यापारिक अवसरों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत की युवा आबादी और तेजी से बढ़ता हुआ बाजार विदेशी निवेशकों के लिए बड़े अवसर प्रदान करता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के डिजिटल और स्टार्टअप सेक्टर में बढ़ते निवेश के कारण भारत वैश्विक मंच पर अपनी अलग पहचान बना रहा है।
स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप पर दिया जोर
जयशंकर ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई समझौते किए गए हैं। साथ ही, उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों से भारत के विभिन्न सेक्टरों में निवेश करने की अपील की।
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