Indian News : किसी भी रिश्ते में तकरार होना आम बात है लेकिन कई बार कुछ रिश्तों में तकरार नहीं होती है, सिर्फ टोका-टाकी होती है. आपको अपनी मर्जी करने से रोका जाता है. केयर के नाम पर आपका पार्टनर आपको अपने हिसाब से उठने, बैठने, पहनने यहां तक की खाने के लिए दबाव डालता है. मतलब उस रिश्ते में आपकी अपनी पहचान कहीं गुम सी हो जाती है. आप, आप नहीं रहते, बल्कि वो हो जाते हैं जैसे आपके पार्टनर को पसंद है. इसे भावनात्मक शोषण यानी इमोश्नल अब्यूज (Emotional abuse) कहा जाता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी न्यूज रिपोर्टके अनुसार, दुर्भाग्य से, 10 में से 9 घरों में भावनात्मक शोषण किसी न किसी रूप में मौजूद है. कई पत्नियों को ये एहसास भी नहीं होता है कि उनका साथी उन्हें भावनात्मक रूप से प्रताड़ित कर रहा है, क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा हेरफेर शामिल है. आपको ये समझने में मदद करने के लिए कि आप इसका अनुभव कर रहे हैं या नहीं, इससे जुड़े कुछ संकेत हैं, जो खतरे की तरफ इशारा करने वाले एक बड़े लाल झंडे की तरह हैं.
अगर आप इससे पीड़ित हैं, तो किसी काउंसलर से सलाह लें, किसी भरोसेमंद व्यक्ति से बात करें, अपने साथी से इस बारे में बात करें और समझदारी के साथ एक कदम पीछे हटें. अगर आप खुद दुर्व्यवहार करने वाले हैं और आप इन चीजों को बिना समझे ही कर रहे हैं, तो आपको ये संकेत आत्मचिंतन करने को मजबूर करेंगे.
फैसला लेने की आजादी छीनना
आपको कैसे पता चले कि आप इमोशनली प्रताड़ित किए जा रहे हैं, इसका एक संकेत ये है कि आपका पार्टनर हमेशा ये जताने की कोशिश करता है कि आपको बाहर किसी से भी बात करना नहीं आता है. वो बार-बार आपको टोकता है. उसे लगता है कि आपको दुनियादारी के बारे में कुछ नहीं पता है. आपके किसी भी सुझाव को वो बिना विचार किए ही खारिज कर देता है. ऐसी बातें आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस खत्म कर देती हैं. यहां आपको ये सोचने की जरूरत है कि आपके लिए क्या अच्छा है और क्या बुरा, ये फैसला लेने का हक सिर्फ आपका है.
पब्लिक इनसल्ट
कई बार ये देखने में आया है कि रिलेशनशिप में पार्टनर अपने साथी पर सबके सामने चिल्लाने लगते हैं. उन्हें बुरी तरह से डांट लगा देते हैं. ऐसा करने का उन्हें कोई हक नहीं है. वो आपकी जिंदगी के मालिक नहीं है. अगर आपका पार्टनर अपने रिलेटिव्स के सामने आपको गालियां देता है, तो आपको सावधान होने की जरूरत है.
हमेशा ताने देते रहना
एक हेल्दी रिलेशनशिप वो होता है, जिसमें पार्टनर्स एक दूसरे का सम्मान करते हैं. एक दूसरे को समझते हैं. उनकी कमजोरियों को लेकर या कमियों को लेकर उन्हें ताने नहीं देते. अगर आपका पार्टनर आपकी हर एक बात पर आपको ताना मारता है और बताता है कि आप गलत हैं, तो ऐसे में आपको समझने की जरूरत है कि आपका साथी आप पर हावी होने का प्रयास कर रहा है. वो आपको नीचा दिखाकर अपना अधिकार बनाए रखना चाहता है.
क्या आप हमेशा करते हैं खुद को डिफेंड
अगर रिश्ते में मामूली सी भी बात पर आप दोनों के बीच कहासुनी हो जाती है, लेकिन हर बार आपको खुद को बचाने की कोशिश करनी पड़ती है और पार्टनर आपसे किसी तरह की सकारात्मक बातचीत के लिए तैयार नहीं होता हैं, तो आप समझ लीजिए कि आप मानसिक शोषण के शिकार हो रहे हैं.
अगर रिलेशनशिप में हर बार ऐसी कंडीशन आती है कि आपको ही हर बार अपने साथी को समझाना पड़ता है कि वो आपको गलत ना समझें, आप सही हैं, आपने कुछ गलत नहीं किया है. तो ऐसे में आपके मन में हमेशा ये खतरा बना रहेगा कि उन्हें पता चलेगा तो क्या होगा? फिर आप अंदर से टूट जाएंगे. आप डिप्रेशन में आ सकते हैं. आपको पार्टनर से बात करनी चाहिए, ना कि हर बार खुद को साबित करने की टेंशन लेनी चाहिए. ये दिखाता है कि आप जिस रिश्ते में हैं, वो हेल्दी नहीं है.