Indian News : जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमारी बॉडी और लाइफ भी बदल जाती है। कई महिलाओं के लिए उम्र बढ़ने पर वेट लॉस करना और एक्स्ट्रा फैट्स को खत्म कर देना बहुत मुश्किल होता है। यदि आप कुछ टिप्स को फॉलो करें, तो वेट लॉस आपके लिए आसान भी हो सकता है।
फिजिकल एक्टिविटी में कमी, अनहेल्दी बिहेवियर, फैटी और जंक फूड्स के कारण हमारा मेटाबॉलिज्म बुरी तरह प्रभावित हो जाता है। न्यूट्रीएंट्स से भरपूर भोजन बॉडी डेवलपमेंट के लिए बहुत जरूरी होते हैं। हमें 30 वर्ष की उम्र के बाद अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना चाहिए, जिससे कि हम आगे के जीवन में स्वस्थ रह सकें। इसके लिए सबसे पहले हमें अपनी डाइट पर ध्यान देना चाहिए। पौष्टिक भोजन से न सिर्फ हमारा मेटाबॉलिज्म रेट भी ठीक रहता है, बल्कि वेट लॉस में भी मदद मिलती है। यहां कुछ ऐसे ही फूड और डाइट के बारे में बताया गया है, जिन्हें उम्र बढ़ने पर हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए अपने भोजन में शामिल करना जरूरी है।
सामन फिश (Salmon Fish)
यदि आप नियमित रूप से सामन मछली को अपने भोजन में शामिल करती हैं, तो इससे वेट लॉस में मदद मिलेगी। यह उन हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो भूख को बढ़ाते हैं। हाई प्रोटीन रिच डाइट होने के कारण इसे खाने के बाद आपकाे जल्दी भूख भी नहीं लगेगी।
अंडे (Egg)
यदि आप हर रोज एक अंडा खाती हैं, तो लंबे समय तक आपको भूख नहीं लगेगी। इस तरह आपकी डाइट में कैलोरी काउंट भी कम हो जाएगा। कई तरह के विटामिन और मिनरल्स की डाइट में कमी हो जाती है। इनकी ही पूर्ति करता है अंडा। यदि आप वेट लॉस करना चाहती हैं, तो बैलेंस डाइट का काम करता है अंडा।
भांग के बीज (Hemp seeds)
भुने हुए भांग के बीजों का सेवन करें। इसमें बहुत अधिक फाइबर होता है। इसके सेवन के बाद भूख नहीं लगती है। यह भूख को दबा देता है। यह आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। सुबह ब्रेकफास्ट में चार टेबलस्पून भांग के बीज शामिल करने से आपको पूरे दिन भूख नहीं लगेगी।
पानी खूब पीएं
खुद को हाइड्रेटेड रखें। चीनी मिले मीठे पेय, खासकर हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप से दूर रहें। ये न सिर्फ वजन बढ़ाते हैं, बल्कि ओबेसिटी, हार्ट डिजीज, डायबिटीज और फैटी लीवर जैसी बीमारियों का जोखिम भी बढ़ाते हैं। मीठे पेय पदार्थ की बजाय पानी और हर्बल टी जैसे हेल्दी लिक्विड को अपना ड्रिंक बनाएं। इससे न सिर्फ वजन कम होगा, बल्कि कई बीमारियां भी आपसे दूर रहेंगी।
कच्ची सब्जियां और सलाद खाएं
अपने आहार में कच्चे खाद्य पदार्थों खासकर सब्जियों और फलों जैसे मशरूम, ब्रोकोली, फूलगोभी, मिर्च, कद्दू और गाजर को शामिल करने से कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स हो सकते हैं। कच्चा खाना खाने की आदत पड़ने के बाद आपके पास अधिक एनर्जी, बेहतर स्किन, बेहतर डायजेशन होगी। आपको हार्ट डिजीज का जोखिम भी कम होगा।
यहां कई और ऊपाय बताए जा रहे हैं, जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करने पर आप किसी भी उम्र में वेट लॉस कर सकेंगी।
घर का बना खाना खाएं
जब हम घर पर खाना बनाते हैं, तो हेल्दी फूड खाते हैं और वजन भी कम होता है। जब हम घर का बना नहीं खाते हैं, तो भोजन अधिक कर लेते हैं। जब आप घर पर भोजन बनाती हैं, तो भोजन में प्रयोग होने वाले तेल-मसालों पर आपका पूरा नियंत्रण रहता है। इससे आप वजन घटाने और हेल्दी फूड खाने के लिए प्रेरित होती हैं।
ज्यादा खाएं, लेकिन कैलोरी कम लें
सब्जियां और फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि अधिक पोषण देने के बावजूद आपके शरीर में कम मात्रा में कैलोरी जाती है। सब्जियां और फल न केवल बहुत सारे पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं, बल्कि उनमें बहुत सारा पानी और फाइबर भी शामिल होता है। यह आपको दिन भर भरे पेट होने का एहसास भी दिलाता रहता है।
महत्वपूर्ण है प्रोटीन
प्रोटीन को हर भोजन और नाश्ते में शामिल करना चाहिए। प्रोटीन न केवल मांसपेशियों की मरम्मत करता है, बल्कि यह भूख को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। इसके लिए आप ऐसे प्रोटीन का चुनाव करें, जिसमें फैट कम हो। सी फूड, पॉल्ट्री ब्रेस्ट, अंडे का सफेद भाग, कम फैट या बिना फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट, टोफू, बीन्स, दाल, और स्मूदी में मिलाने वाला प्रोटीन पाउडर भी बढ़िया विकल्प हो सकता है।
एक डायरी रखें
अपने पास एक डायरी रखें। आप दिन भर क्या खाती हैं, कितनी बार एक्सरसाइज करती हैं और रोजाना कितना पानी पीती हैं, यह सभी बातें डायरी में नोट करें। उसे समय-समय पर पढ़ें। इससे आप अपने वेट लॉस पर भी नजर रख सकेंगी।
खाएं साबुत अनाज
सब्जियां, फल, मेवा, बीज, चिकन, मछली, फलियां और अनाज फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स के स्रोत होते हैं। ये सभी शरीर को स्वस्थ रखते हैं और वेट लॉस में मदद भी करते हैं।
Disclaimer : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि Indian News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.