Indian News : रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( chief minister bhupesh baghel) रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस पर उनकी वीरता, साहस और देशभक्ति को नमन किया है। उन्होंने कहा है कि झांसी की रानी सच्चे अर्थों में वीरांगना थी। उन्होंने मातृ भूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई शौर्य और नारी शक्ति की मिसाल हैं, उनका व्यक्तित्व केवल महिलाओं के लिए ही नहीं पूरे समाज तथा देश के लिए प्रेरणा स्रोत है।
बलिदान दिवस हर साल 18 जून को मनाया जाता है।
आजादी की पहली लड़ाई की नायिका झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई का बलिदान दिवस हर साल 18 जून को मनाया जाता है। रानी लक्ष्मीबाई वर्ष 1858 में ग्वालियर ( gwalior)में अंग्रेजों से युद्ध करते हुए बलिदान हो गई थीं। झांसी पर अंग्रेजों के हमले के बाद रानी के कालपी कूच के दौरान लोहागढ़ के संघर्ष की कहानी यहां के ग्रामीणों की बहादुरी को आज भी याद दिलाती है। जब रानी कालपी कूच कर रही थीं तो उनका पीछा कर रहे अंग्रेजों को यहां के पठानों और ग्रामीणों ने रोक लिया था। इस युद्ध में दोनों पक्षों के सैकड़ों लोगों की जान गई थी।