Indian News :   दरअसल, झारखंड सरकार के वित्त विभाग ने नॉन बैंकिंग कंपनियों और कॉर्पोरेटिव सोसाइटी के खिलाफ एक्शन में आ गई है। सरकार ने इनके विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाने के लिए एक पुलिस हेल्प लाइन नंबर 112 जारी किया है। इसके तहत सहारा इंडिया परिवार में फंसे पैसे के लिए भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके बाद वित्त विभाग सीआईडी (आर्थिक अपराध शाखा, झारखंड) के साथ मिलकर इस शिकायत की जांच करेगा।

आपको बता दें कि सहारा इंडिया में लोगों के करोड़ों रुपए फंसे हैं। झारखंड के विधानसभा के बजट सत्र में विधायक नवीन जायसवाल ने नॉन बैंकिंग कंपनियों में झारखंड के लोगों का करीब 2500 करोड़ फंसे होने की बात बताई थी। इसके अंतर्गत लगभग 3 लाख लोग अपने पैसों को लेकर परेशान हैं, इसलिए सरकार को हेल्प लाइन नंबर जारी करना चाहिए, जिससे पता चलेगा कि किसका कितना पैसा फंसा है।

सहारा में काम करने वाले 60 हजार कर्मचारियों की हालत खराब है और अब किसी भी समय ये लोग मौत के मुंह में जा सकते हैं। गांव देहात के लोगों की पूंजी इसमें फंसी है जिससे लोग बेहाल हैं। वित्त मंत्री ने बताया कि सहारा लिस्टेड कंपनी है जिसे सेबी कंट्रोल करता है। सेबी और सहारा प्रमुख को इसके लिए चिट्ठी भी भेज दी गई है। सहारा के खिलाफ जो भी शिकायत मिल रही है, उसे सरकार देख रही है। विभाग इसके निदान के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।

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