Indian News : रांची के चुटिया थाना से 500 मीटर दूर भारत पेट्रोलियम डिपो के पास अपराधियों ने अधेड़ की पत्थर से वार कर हत्या कर दी। लोगों की सूचना पर चुटिया पुलिस ने गुरुवार सुबह तेल डिपो के पास से लाश बरामद की। मृतक की शिनाख्त सिंघेश्वर तांती (40) के रूप में हुई है। वह रांची स्टेशन से खुलने वाली ट्रेनों में बादाम बेचता था और इसी थाना क्षेत्र के चुटिया साईं विहार कॉलोनी में किराए के मकान में रहता था।
मृतक बिहार के जमुई जिला के खैरा थाना क्षेत्र के नरियाना बेला गांव का निवासी था। उसके परिचितों ने बताया कि वह बुधवार रात पौने 10 बजे लोहरदगा-रांची एक्सप्रेस ट्रेन में बादाम बेचकर पैदल लौट रहा था, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा। सुबह सूचना पर परिचित भारत पेट्रोलियम के डिपो के पास गए तो देखा कि सिंघेश्वर शव पड़ा था। उसके सिर और चेहरे पर पत्थर एवं ठोस वस्तु से किए गए वार के गहरे जख्म मिले हैं।
अंदेशा जताया गया है कि अपराधियों ने आपसी रंजिश में या फिर लूटपाट का विरोध करने पर उसके सिर पर पत्थर से वार किया था। संभावना है कि इससे वह अचेत होकर जमीन पर गिर गया और काफी देर तक उसी स्थिति में पड़े रहने से शरीर से अत्यधिक रक्तस्राव होने से उसने दम तोड़ दिया। रिम्स में पोस्टमार्टम के बाद परिचित एंबुलेंस से शव लेकर चुटिया थाना पहुंचे। सभी ने हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी एवं मुआवजा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस की ओर से भरोसा दिलाए जाने के बाद घटना से गुस्साए लोग थाना से बाहर निकले। इस संबंध में सिंघेश्वर के छोटे भाई के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इधर, शाम में सिंघेश्वर के पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि के लिए एंबुलेंस से जमुई स्थित पैतृक आवास ले जाया गया।
15 साल से बादाम बेचकर चलाते थे आजीविका
सिंघेश्वर तांती पिछले 15 साल से ट्रेनों में बादाम बेचकर परिवार की आजीविका चलाता था। उसके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटा और एक बेटी है। परिवार के सदस्य बेला गांव में रहते हैं। सिंघेश्वर की हत्या के विरोध में उनके परिचितों ने गुरुवार को फेरी का काम बंद रखा। उनके पेशे से जुड़े 100 से अधिक लोग ट्रेन में बादाम और खाने-पीने का अन्य सामान बेचने के लिए नहीं गए। सभी दोपहर से चुटिया थाना में ही जमे रहे और मुआवजा देने व हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते रहे।