Indian News : नई दिल्ली| भारत में आज नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होना है. जिसके लिए आज वोटिंग होगी. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ और विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के बीच मुकाबला है. आंकड़ों की मानें तो पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ की बंपर जीत पक्की लग रही है. इस बार देखना यह होगा कि क्या विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही उपराष्ट्रपति चुनाव में भी क्रॉस वोटिंग करेगा? जाहिर तौर पर विपक्षी खेमे में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर काफी मतभेद हैं.
दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में 36 सांसदों के साथ संसद में कांग्रेस पार्टी के बाद दूसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी अगर कोई है, तो वह तृणमूल कांग्रेस (TMC) है. हालांकि यहां गौर करने वाली बात यह है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने वोटिंग प्रक्रिया से दूर रहने की बात कही है. टीएमसी का कहना है कि अल्वा के नाम के ऐलान से पहले सहमति बनाने का प्रयास नहीं किया गया. जिसकी वजह से पार्टी वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी.
बता दे कि 80 वर्षीय अल्वा कांग्रेस की सीनियर लीडर हैं और वह राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं. धनखड़ 71 वर्ष के हैं और वह राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. उनका बैकग्राउंड समाजवादी रहा है. आम आदमी पार्टी (AAP), टीआरएस, AIMIM और JMM ने अल्वा को अपना पूरा समर्थन देने की घोषणा की है. जबकि बीएसपी और टीडीपी ने धनखड़ को समर्थन देने का फैसला किया है. जेएमएम ने राष्ट्रपति चुनाव में NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन दिया था. लेकिन इस बार वह विपक्ष की अल्वा को अपना समर्थन दे रही है. वहीं, वाईएसआरसीपी और बीजेडी दोनों ने 52 वोटों के साथ धनखड़ को समर्थन देने की बात कही है. दोनों पार्टियों ने राष्ट्रपति चुनाव में भी एनडीए की उम्मीदवार मुर्मू को ही अपना समर्थन दिया था.