Indian News : रांची | दुनियाभर में हॉकी को लेकर झारखंड की अपनी एक अलग पहचान है. उसी पहचान को बनाए रखने को लेकर राज्य भर में जिला से लेकर राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. जिसमें ग्रामीण स्तर तक के खिलाड़ी अपना प्रदर्शन दिखाते हैं. रांची के बरियातू हॉकी सेंटर में इन दिनों जिला स्तरीय नेहरू हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड सरकार की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता में लोकल लेवल की टीमें शामिल हो रही हैं. लेकिन मैच के आयोजन को लेकर जो व्यवस्था की गयी है. उसमें कई खामियां नजर आ रही हैं.

दरअसल तीखी धूप के बीच एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम पर खेली जा रही इस प्रतियोगिता में खिलाड़ी व्यवस्था से खासे नाराज नजर आ रहे हैं. खिलाड़ियों की मानें तो तो एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम पर पानी नहीं दिया जा रहा है. जिसके कारण खिलाड़ियों के पांव जल रहे हैं. जबकि नियम के तहत हर मैच से पहले एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम पर पानी की बौछार की जाती है. ताकि मैदान पर नमी और ठंडक बनी रहे.

खराब मोटर की मरम्मत कर एस्ट्रोटर्फ पर पानी की बौछार का काम शुरू कर दिया गया. हॉकी खिलाड़ी अमित मुंडा ने बताया कि मैच के दौरान उन्हें दौड़ने में काफी तकलीफ हो रही थी. क्योंकि एस्टोटर्फ की कृत्रिम घास धूप से जल रही थी. ऐसे में खेलना मुश्किल हो रहा था. वहीं स्टेडियम में बैठे कोच और आयोजक भी व्यवस्था से खासे नाराज नजर आये. लेकिन टूर्नामेंट सरकारी होने की वजह से उन्होंने चुप्पी बनाये रखी.




बताया जा रहा है कि मोटर में खराबी की वजह से एस्टोटर्फ पर पानी नहीं दिया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो महज 2500 रुपये मरम्मत पर खर्च किया जाना है. इसको लेकर बरियातू हॉकी सेंटर की ओर से आवेदन भी दिया गया है. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.

खिलाड़ियों ने बताया कि हाल यह है कि स्टेडियम में पीने के पानी तक की व्यवस्था तक नहीं की गई है. जिससे दूर दराज से पहुंचे खिलाड़ियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि बरियातू हॉकी सेंटर वह जगह है जहां से निक्की प्रधान जैसी कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकले हैं.

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