Indian News : हरदा । आपने मेले लगते तो देखा और सुना ही होगा, लेकिन क्या आपने कभी भूतों के मेले के बारे में सुना है..? भले ही लोग इसे अंधविश्वास कहें, लेकिन हरदा जिले में हर साल श्राद्ध पक्ष की अमावस्या की रात नर्मदा किनारे भूतों का मेला लगता है। जो चौदस की रात से अमावस्या की सुबह तक चलता है। कहा जाता है कि इस दिन नर्मदा का जल चमत्कारी हो जाता है और इसमें स्नान करने से यहाँ आये लोगो की बाहरी बाधाएं दूर हो जाती है। कल रात से यहां देर रात शुरू हुआ तंत्र मंत्र का खेल आज सुबह तक चलता रहा। इस दौरान देर रात का नजारा बेहद डरावना था ।

1 लाख श्रधालुओ ने की शिरकत

 बता दे कि हरदा में सर्वपितृ अमावस्या के मोके पर लगने वाले मेले में लगभग 1 लाख श्रधालुओ ने शिरकत की। सोमवती अमावस्या होने के कारण लोगो ने नर्मदा मे आस्था की डुबकी लगाई। चौदस की रात से अमावस्या की सुबह तक नर्मदा के घाटो पर प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों का जमावड़ा लगा रहा। यह सब लोग पड़िहारो से अपना इलाज कराते रहे। नर्मदा के पानी में खड़े होकर ग्रामीण भाषा में पड़िहार लोगो को तकलीफो को सुनाते रहे, तो कहीं प्रेतबाधा से पीड़ित महिलाये पानी और कीचड़ में लौटती रही। यहाँ आने वाले ग्रामीणो ने बताया की इस दिन सभी की तकलीफे दूर की जाती है। वही यहाँ आने वाले युवा भी इस परम्परा से प्रभावित दिखे है।

आस्था के नाम पर होते हैं जानलेवा काम

 चौदस की रात से अमावस्या की रात से शुरू हुए भूतो के इस मेले में आस्था के नाम पर जानलेवा काम होते रहे। कोई तलवार से अपने अंगो को काटता रहा तो कोई जंजीरो से भूतो को भगाता रहा। प्रशासनिक अधिकारियो की मौजदगी में ही यह सब चलता रहा। मौके पर मौजूद अधिकारी ने कहा कि यह सब लोगो आस्था कारण होता है और अगर कोई शिकायत मिलेगी तो कार्यवाही करेंगे।

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