Indian News : मध्य प्रदेश के देवास में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) उज्जैन की टीम ने कन्नौद के निकट ग्राम डोकाकुई गुडबैल में सेवा सहकारी संस्था के प्रबंधक के तीन ठिकानों पर दबिश दी। प्रारंभिक जांच में आरोपी गोविंद बागवान के पास से करोड़ों की जमीन और संपत्ति मिली है। जिसमें चार मकान, 47 बीघा जमीन, सोना, चांदी, वाहन, नगदी, बैंक खाते, पॉलिसी भी शामिल है। आरोपी के पास से फर्जी पैन कार्ड और वोटर आईडी भी मिले हैं। आरोपी गोविंद बागवान ने करोड़ों की काली कमाई पर पर्दा डालने के लिए अपने दोनों बेटों प्रवीण और अरविंद की वल्दियत बदलकर कागजों पर बेटों का पिता अपने भाई को बना डाला। ताकि उसकी बेनामी संपत्ति पर आंच ना आए।
बता दें कि बेनामी संपत्ति होने की जानकारी मिलने पर आर्थिक अन्वेषण प्रकोष्ठ (EOW) एसपी दिलीप सोनी ने डीएसपी अजय कैथवास के नेतृत्व में टीम गठित की। आज सुबह डीएसपी अजय कैथवास के साथ आर्थिक अन्वेषण प्रकोष्ठ के अधिकारियों-कर्मचारियों के अलावा क्यूआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। जहां करोड़ों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज और जानकारी मिली। फिलहाल टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है। समिति प्रबंधक गोविंद बागवान ने भ्रष्टाचार से कमाई करोड़ों रुपए की काली कमाई पर पर्दा डालने के लिए अपने दोनों बेटों प्रवीण और अरविंद की वल्दियत बदलकर कागजों पर बेटों का पिता अपने भाई को बना डाला। ताकि उसकी बेनामी संपत्ति पर आंच ना आए।
EOW की इस छापामार कार्रवाई में 8 हजार रुपए मासिक वेतन पाने वाले सहकारी समिति प्रबंधक के पास करोड़ों की जमीन और संपत्ति की जानकारी उजागर होने के बाद आरोपी के कारनामे इलाके में चर्चा का विषय बन गए है।
बताया जा रहा है कि वह पूर्व में भी किसानों के नाम पर फर्जी लोन बताकर उनके लोन माफ करवाने के नाम पर गरीब किसानों से रुपए हड़प चुका है। इस मामले में कन्नौद पुलिस थाने में आरोपी गोविंद बागवान के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी, वह जेल भी जा चुका है।