Indian News : जम्मू। बीते 10 अक्टूबर को एक ऑपरेशन के दौरान आतंकियों की गोली से सेना का डॉग जूम घायल हो गया था। जिसके बाद उसे इलाज के लिए सेना के पशु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां, डॉक्टरों की एक विशेष टीम की तरफ से उसका इलाज किया जा रहा था। डॉक्टरों के मुताबिक जूम 11:45 बजे तक ठीक था। लेकिन अचानक से वह हांफने लगा और फिर गिर पड़ा, जिससे 12 बजे उसका निधन हो गया।

ढाई साल के Zoom आर्मी के 15वें कॉर्प्स के साथ पिछले दस महीनों से काम कर रहा था। यह लड़ाकू कुत्ता सेना की असॉल्ट टीम का हिस्सा रहा। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि Zoom की हालत गंभीर थी। Zoom की ट्रेनिंग सिर्फ और सिर्फ आतंकियों को पकड़ने और मार गिराने के लिए की गई है।




जूम ने अनंतनाग के तंगपावास इलाके के एक घर में छिपे दो आतंकियों को खोजा। उसके बाद उनपर अचानक हमला कर दिया। वो भी चुपके से. क्योंकि आतंकी फौजियों के आने की राह देख रहे थे। उन्हें इस बहादुर सैनिक के हमले की उम्मीद ही नहीं थी। Zoom के अचानक हमले से आतंकी घबरा गए।

ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. दो गोलियां जूम को भी लग गईं। लेकिन उसने एक भी आतंकी को छोड़ा नहीं। क्योंकि आतंकी मुठभेड़ के समय आम लोगों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे। ताकि फौजियों का ध्यान बांटा जा सके।

जूम के अमूल्य योगदान के लिए आर्मी ऑफिशियल ने कहा – आर्मी डॉग जूम हमारी टीम का एक अमूल्य सदस्य था। 2 साल की छोटी उम्र के बावजूद, जूम कई सीटी ऑप्स के अनुभवी थे, जहां उन्होंने अपनी ऊर्जा और साहस से खुद को प्रतिष्ठित किया था। दरअसल 9 अक्टूबर को अनंतनाग में ऑपरेशन के दौरान जूम ने निभाई अहम भूमिका

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