Indian News : शनिवार की रात के वक्त पटना के यारपुर में बवाल हुआ। दो गुटों के बीच पहले जमकर मारपीट हुई। फिर पथराव हुआ। बवाल इतना बढ़ा कि मौके पर पहुंची गर्दनीबाग थाना की पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करनी पड़ी। यह सब यारपुर में पुल के नीचे वाले इलाके में हुआ।
दरअसल, यारपुर इलाके की रहने वाली एक लड़की की कुछ दिनाें पहले माैत हाे गई थी। उसके घर में धार्मिक अनुष्ठान चल रही थी। परिवार वाले घर के पास के ही दुकान से अगरबत्ती खरीदने गए थे। इसी दाैरान परिवार के एक सदस्य का हाथ दुकानदार के शरीर से टच हो गया। इसी वजह से विवाद की शुरुआत हुई। जो चंद मिनटों के अंदर काफी बढ़ गया। देखते ही देखते ग्राहक और दुकानदार, दोनों के पक्ष में उनके समर्थकों की भीड़ जुट गई। उसके बाद दाेनाें के समर्थकों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया। यारपुर डोमखाना का पूरा इलाका चंद मिनटों में रणक्षेत्र में बदल गया। यारपुर पुल से लेकर गर्दनीबाग थाना के बाघ मंदिर तक दोनों पक्ष एक-दूसरे को खदेड़ते रहे।
जानकारी मिलते ही गर्दनीबाग थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो लोगों ने पीछे हटने के बजाए उनकी गाड़ी पर ही पथराव कर दिया। इस पथराव में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हाे गए । जब गर्दनीबाग थाना की पुलिस माैके पर पहुंची तो मारपीट और पथराव करने वाले दाेनाें गुट पुलिस से ही भिड़ गए। उल्टा पुलिस पर भी पथराव कर दिया।
तब सचिवालय ASP काम्या मिश्रा पहुंची। फिर जक्कनपुर, शास्त्रीनगर और आसपास के थानाें की पुलिस काे बुलाया गया। पुलिस ने दाेनाें गुटाें काे समझाने की काेशिश की पर नहीं माने। हालात बेकाबू हाेता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर सबाें काे वहां से खदेड़ दिया। इलाके में गश्ती तेज कर दी गई। ASP ने पुलिस बल के साथ पूरे इलाके में मार्च किया। जिन लोगों का नाम मारपीट व पथराव में आ रहा था, वे सभी अपने घर को छोड़ कर फरार हाे गए हैं।
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