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विजिट पर जाए बिना हर माह प्रस्तुत किए टीए बिल, जिला कार्यक्रम समन्वयक को नोटिस जारी
पूर्व में भी इस तरह के मामले में संबंधित अधिकारी को मिल चुका है नोटिस
Bemetara दुर्गा प्रसाद सेन special report : जिला स्वास्थ्य विभाग में नकल सील मोहर का उपयोग कर टीए बिल प्रस्तुत करने का मामला सामने आया है । इस गम्भीर मामले में क्षय विभाग की जिला कार्यक्रम समन्वयक सम्पत्ती बंजारे को नोटिस जारी कर तीन दिवस के भीतर जवाब मांगा गया । समयसीमा पूरी होने के बावजूद सम्बंधित ने जवाब प्रस्तुत नही किया है । उल्लेखनीय है कि जिला कार्यक्रम समन्वयक को जिले के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में विजिट कर क्षय रोग से संबंधित कार्यक्रमों की जानकारी देने, मरीजों की पहचान, मरीजों को मिलने वाले पोषण आहार की राशि, मरीजों के उपचार समेत अन्य जानकारियां लेनी होती है । इसके लिए संबंधित अधिकारी को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में जाना होता है । जहां अधिकारी को ट्रैवलिंग एलाउंस मिलता है ।
पूर्व में भी इस तरह के मामले में मिल चुका है नोटिस
पूर्व में भी संबंधित अधिकारी के इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं । जिसमें तत्कालीन जिला लेखा प्रबंधक ने सम्बंधित अधिकारी के द्वारा प्रस्तुत बिल पर आपत्ति दर्ज कराई थी । जानकारी के अनुसार संबंधित अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूर्व में भी इस तरह के मामले में नोटिस जारी किया गया था । जिसमें रायपुर में प्रशिक्षण की अवधि में संबंधित अधिकारी के द्वारा जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में विजिट करना बताकर टीए, डीए बिल प्रस्तुत किया गया था । उस समय पूर्व लेखा प्रबंधक ने बिल को पास नही किया था । पूर्व में इस तरह के मामले में नोटिस मिलने के बावजूद प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से संबंधित अधिकारी के हौसले बुलंद हैं ।
स्टेट टीम के दौरे के दौरान गड़बड़ी का हुआ खुलासा
कार्यक्रम अधिकारी जिस स्वास्थ्य केंद्र या क्षेत्र में विजिट के लिए जाते हैं । वहां के संस्था प्रमुख, बीएमओ अथवा अन्य अधिकारी से पुष्टि करने के लिए ट्रैवल एलाउंस प्रपत्र में पावती लेनी होती है ।लेकिन यहां स्वास्थ्य केंद्रों का विजिट किए बिना नकल सील मोहर का उपयोग कर फर्जी टूर बिल प्रस्तुत करने का मामला उजागर हुआ है । मामले का खुलासा स्टेट टीम के जिले में दौरे के दौरान हुआ ।
संस्था प्रमुखों ने नियमित विजिट पर नहीं आने की दी जानकारी
स्वास्थ्य केंद्रों में विजिट के दौरान संस्था प्रमुखों ने स्टेट टीम को कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा नियमित विजिट पर नहीं आने की जानकारी दी, जबकि संबंधित कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा नियमित विजिट पर जाने को लेकर टीए बिल प्रस्तुत किए गए हैं । जिसमें नकल सील मोहर का उपयोग किया गया है । जिसे गंभीर अनियमितता की श्रेणी में माना गया है । इस गड़बड़ी के लिए संबंधित अधिकारी को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की ओर से 17 नवंबर को नोटिस जारी किया गया ।
स्टेट टीम के निरीक्षण में पाई गई भारी गड़बड़ियां
जारी नोटिस के अनुसार एनटीईपी (राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम) के अंतर्गत कार्यक्रम अधिकारी को सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में दौरा किया जाना है, जिसके परिपालन में टीए/डीए क्लेम किया गया है । इस संबंध में स्टेट टीम द्वारा जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में दौरा किया गया । जिसमें टीए/डीए संबंधी दस्तावेजों की जांच एवं परीक्षण के दौरान कमियां पाई गई है । प्रस्तुत टूर डायरी में दौरा के स्थान पर उपस्थित सहायक चिकित्सा अधिकारी, आरएमए, प्रभारी बीएमओ का सील हस्ताक्षर किया गया है । स्टेट टीम के परीक्षण के उपरांत कार्यक्रम अधिकारी की ओर से प्रस्तुत टूर डायरी में सहायक चिकित्सक अधिकारी, आरएमए, प्रभारी, बीएमओ का सील हस्ताक्षर की नकल की गई है । जिसकी पुष्टि संबंधित अधिकारियों ने की है ।
विजिट पर जाए बिना हर माह प्रस्तुत किया जा रहा बिल
स्टेट टीम ने पाया कि जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा प्रतिमाह दौरा नहीं किया जाता है । जबकि प्रतिमाह 7 हजार रुपए से अधिक का टीए /डीए राशि का बिल प्रस्तुत किया गया है । जो कि वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है । स्टेट टीम के द्वारा इस गड़बड़ी की जानकारी स्टेट कार्यालय को भी दी गई है । स्पष्ट है कि अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहे हैं । आर्थिक हितों के फेर में फर्जी बिल प्रस्तुत करने से भी गुरेज नहीं कर रहे ।
जीएल टंडन CMHO बेमेतरा ने कहा
स्टेट टीम की रिपोर्ट पर संबंधित जिला कार्यक्रम अधिकारी को नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा था । जिसका जवाब अब तक अप्राप्त है । प्रकरण की सत्यता जानने जानकारी जुटाई जा रही है ।
सम्पत्ती बंजारे जिला कार्यक्रम समन्वयक ने कहा
नोटिस में लिखी बातें सत्यता से परे है, लग रहे आरोप मिथ्या आधारहीन है । किसी भी जांच के लिए तैयार हूं ।
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