Indian News : कनाडा एक गंभीर श्रम की कमी से जूझ रहा है, सितंबर में ओंटारियो और सस्केचेवान के लिए संकट और भी बदतर हो गया। इन दोनों प्रांतो ने पिछले ही महीने रोजगार के लिए 4 लाख से भी अधिक वेकैंसी जारी कर दी हैं। फिर भी हालात बेहतर नहीं हो पा रहे हैं। यहाँ महीने-दर-महीने के आधार पर, ओंटारियो और सस्केचेवान में नौकरी की वेकेंसी में वृद्धि हुई, जबकि अन्य प्रांतों में वे कम हो गए या बहुत कम बदले गए। कनाडा ने 2025 तक प्रत्येक वर्ष 500,000 लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य के साथ देश में प्रवेश करने वाले अप्रवासियों की संख्या में बड़ी वृद्धि की योजना का खुलासा किया है। वहीं अगले तीन साल में कनाडा 14.5 लाख विदेशी लोगों को नौकरी देने की तैयारी में है।

हाल ही में कनाडा के इमिग्रेशन मिनिस्टर शौन फ्रेसर ने कहा कि देश में लेबर फोर्स की कमी से अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचा है। इससे उबरने के लिए कनाडा को और लोगों की जरूरत है। इस जरूरत को पूरा करने के लिए कनाडा ने इमिग्रेशन लेवेल्स प्लान 2023-25 के तहत अगले तीन साल में 14.5 लाख अप्रवासी लोगों को देश में नौकरी देने का प्लान बनाया है।

इमिग्रेशन मिनिस्टर ने कनाडा की नई आप्रवासन स्तर योजना की घोषणा करते हुए कहा, “कनाडाई अर्थव्यवस्था में उस समय दस लाख नौकरियां उपलब्ध थीं जब आप्रवासन पहले से ही हमारे श्रम बल के लगभग सभी विकास के लिए जिम्मेदार था।” “अगर हम आप्रवासन को गले नहीं लगाते हैं तो हम अपनी आर्थिक क्षमता को अधिकतम नहीं कर सकते हैं।”




कनाडा की हेल्थकेयर, एग्रीकल्चर-फिशरीज और ट्रांसपोर्ट सेक्टर (Healthcare, agriculture-fisheries and transport sector) पूरी तरह अप्रवासियों पर निर्भर है. इनमें करीब 10 लाख जॉब वैकेंसी है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा में जॉब करने के लिए विदेश से आ रहे अप्रवासियों को उनके इकोनॉमिक कॉन्ट्रिब्यूशन के लिए देश में परमानेंट रेसिडेंसी (Permanent Residency) भी मिलेगी.

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