Indian News : सेक्टर-51-52 मेट्रो स्टेशन के बीच स्काईवॉक बनाने के लिए एक बार फिर नोएडा प्राधिकरण की ओर टेंडर जारी किया गया है। दिसंबर में कंपनी का चयन कर लिया जाएगा। जनवरी में इसका काम शुरू किया जाएगा। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि यह 15 करोड़ 73 लाख 71 हजार रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यह करीब 480 मीटर लंबा और 6 मीटर चौड़ा स्काईवॉक बनाया जाएगा।

डिजाइन के मुताबिक यह स्काईवॉक दोनों मेट्रो लाइन के नीचे से निकलेगा। मौजूदा समय में जो पैदल-चलने के लिए पाथ-वे बना है जिस पर ई-रिक्शा भी चलते हैं, उसी रूट पर यह बनाया जाएगा। स्काईवॉक की मांग लंबे समय से मेट्रो यात्रियों के साथ आसपास के लोगों की तरफ से की जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि ब्लू लाइन से सीधी एक्वा लाइन की कनेक्टिविटी के लिए यह योजना करीब पांच साल पुरानी है।




पहले यहां पर स्काईवॉक बनाने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण ने आइकिया कंपनी पर तय की हुई थी, जिसको दोनों स्टेशन के बीच भूखंड आवंटित हो रखा है। लेकिन कंपनी के पास अभी 7 साल का समय है। फिर एनएमआरसी ने खुद बीओटी के आधार पर बनाने के लिए टेंडर किया, लेकिन एजेंसी नहीं आई। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने मांग और यात्रियों की समस्या को देखते हुए यह परियोजना खुद पूरा करवाने का निर्णय लिया है।


दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का स्टेशन सेक्टर-52 में है ये ब्लू लाइन स्टेशन है। ये लाइन दिल्ली को कनेक्ट करती है। जबकि सेक्टर-51 में नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन का एक्वा लाइन का स्टेशन है जो कि ग्रेटर नोएडा को जाती है। इन दोनों स्टेशनों के बीच करीब 800 मीटर का गैप है। स्काईवॉक दोनों स्टेशनों के बीच एक कॉरिडोर का काम करेगा। जिससे दोनों स्टेशनों पर मुसाफिरों की संख्या बढ़ेगी।


ये एक प्रकार का एसी स्काईवॉक होगा। इसके अलावा इसमें ट्रैवलेटर भी लगाया जाएगा। जिसकी स्पीड .5 मीटर प्रति सेकेंड होगी। ताकि लोग आसानी से एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन को जा सके। इसके साथ ही कॉमर्शियल स्पेस भी इसमे बनाया जाएगा। ये भी संभव है कि इन दोनों स्टेशनों के बीच बनने वाले आइकिया मॉल का रास्ता सीधे स्काईवॉक तक जाए।

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