Indian News : प्रयागराज में पुलिस ने वासु अपहरण कांड का खुलासा कर दिया है। ऑनलाइन गेमिंग और सट्‌टे की लत से हार चुके 37 लाख रुपए उधारी चुकाने के लिए सर्वेश सिंह पटेल ने अपने ही दोस्त वासु के अपहरण की योजना बना डाली। पुलिस ने आरोपी के चंगुल से न सिर्फ वासु को सुरक्षित निकाला, बल्कि आरोपी सर्वेश सिंह को धर दबोचा है। उसके दोस्तों सर्वीर व अभि की तलाश जारी है। अपहरण के साजिश कर्ता सर्वेश सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद मीडिया के सामने पेश किया।

बियर पिलाकर, नशे का इंजेक्शन दिया

आरोपियों के चंगुल से छूटे वासु ने बताया मंगलवार की रात करीब 10 बजे सर्वेश सिंह ने फोन करके उसे मैरिज हाल के पीछे वाले गेट पर बुलाया। सर्वेश ने कहा कि कार पार्क करनी है। वहां कार में पहले से ही उसके दो दोस्त सर्वीर और अभि भी मौजूद थे। कार में पहले तीनों आरोपियों ने उसे बीयर पिलाई। इसके बाद नशीला इंजेक्शन लगाकर उसे बेहोश कर दिया। वासु बोल ना सके इसलिए उसके मुंह पर टेप लगा दिया और गला भी रस्सी से कर दिया। पीछे से हाथ बांधकर तीनों आरोपी लेकर उसे चल दिए। उसे लेकर तीनों आरोपी शहर के बाहर जाना चाहते थे पर फाफामऊ और फिर झूंसी में पुलिस चेकिंग होता देख डर गए और राजापुर किराए पर लिए गए फ्लैट पर ही वासु को बंधक बना लिया।




ACP धूमनगंज नरसिंह नारायण सिंह ने बताया कि सर्वेश अगवा वासु को लेकर कौशांबी की ओर जाना चाह रहे थे। प्रयागराज और कौशांबी बार्डर पर पुलिस ने नाकेबंदी कर रखी थी और चेकिंग होता देख उनकी हिम्मत जवाब दे गई और पकड़े जाने के डर से लौट आए। इसके बाद राजापुर में किराए पर लिए गए फ्लैट पर बंधक बना लिया।

वासु के पिता के फोन पर वासु के ही फोन से कॉल किया और एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। पूछताछ में सर्वेश ने बताया कि जो फ्लैट उसने किराए पर ले रखा था वह सुल्तानपुर के रहने वाले शफीर्कुर रहमान फारूकी से किराए पर ले रखा था। आर्मी से रिटायर पिता वीरेंद्र सिंह से उसने ट्रेडिंग बिजनेस के लिए फ्लैट किराए पर लेने की बात कहता रहा था। इसी बहाने उसने अपने रिटायर पिता और कुछ अन्य लोगों से 37 लाख रुपये उधार ले रखा था। पिता और अन्य बकाएदार उसपर रुपये वापस लेने का दबाव बना रहे थे। इसी दबाव में सर्वेश ने अपने दोस्त वासु के अपहरण की साजिश रच डाली। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि अगर रंगदारी के रुपये न मिलते तो आरोपी सर्वेश सिंह वासु की हत्या कर डालता, ताकि पुलिस उस तक न पहुंच पाए।

छात्रों को मुक्त कराए जाने के बाद भी परिजनों के चेहरे पर दहशत साफ देखी जा रही थी। पुलिस ने वासु की पिता भीम सिंह पटेल, बहन वंदना व मां को भी पुलिस लाइन बुला रखा था। पिता भीम सिंह ने बताया कि उनके दो बेटों में बड़े बेटे की हादसे में पहले ही मौत हो चुकी है।

बेटे वासु के अपहरण की खबर के बाद पूरा परिवार किसी अनहोनी की आशंका में बुरी तरह से डर गया था। वो डर बेटे वासु के बरामद हाेने के बाद भी परिजनों के चेहरों पर तारी था। परिजन बार-बार प्रयागराज पुलिस का आभार जता रहे थे। कह रहे थे पुलिस ने अगर सक्रियता न दिखाई होती तो उनके बेटे की हत्या कर दी जाती।

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