Indian News : विधानसभा चुनाव में अब सालभर से भी कम वक्त बचा है। ऐसे में भाजपा ने निष्क्रिय पदाधिकारियाें काे हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। शुरुआत बूथ व मंडल स्तर के निष्क्रिय पदाधिकारियाें काे हटाने के साथ की जाएगी। फिर नगर के निष्क्रिय पदाधिकारियाें काे हटाया जाएगा। हालांकि संगठन एक बार सभी काे माैखिक चेतावनी जरूर दे रहा है, ताकि ऐसी नाैबत नहीं आए। यही वजह है कि संगठन ने तय किया है कि नगर अध्यक्ष के नेतृत्व में पहले सभी 85 वार्डाें का फिजिकल वैरिफिकेशन पूरा हाेगा।

फिलहाल 40 वार्डाें में बैठकें हाे चुकी हैं। इन बैठकाें में वार्ड में रहने वाले नगर, प्रदेश और राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल हाे रहे हैं। बैठक में माैके पर ही मंडल, वार्ड व बूथ स्तर के पदाधिकारी से पूछा जा रहा है कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने से लेकर संगठन की मजबूती के लिए उन्हाेंने क्या किया है? किस पदाधिकारी ने कितने नाम जाेड़े? कितने सत्यापन करवाए? बूथ सशक्तिकरण काे लेकर अब तक क्या काम किया है? पार्टी इसी दाैरान निष्क्रिय, अनुपस्थित रहने वाले तथा जिनकी शिकायतें आ रही हैं, ऐसे पदाधिकारियाें की सूची बना रही है। इन बैठकाें में खास ताैर पर बूथ अध्यक्ष, बूथ महामंत्री एवं बीएलए (त्रिदेव) सहित वार्ड में निवासरत नगर एवं मंडल के पदाधिकारी, पूर्व पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल हाे रहे हैं।




दरअसल प्रदेश भाजपा संगठन ने हर बूथ पर 51 फीसदी वाेट शेयर का लक्ष्य दिया है। यानी विधानसभा चुनाव के दाैरान पार्टी काे हर बूथ पर कम से कम 51 फीसदी वाेट मिलना चाहिए। ऐसे में पहला काम मतदाता सूची में नए नाम जाेड़ने, जिनकी मृत्यु हाे गई या शहर छाेड़कर चले गए, ऐसे नाम हटाने सहित अन्य बिंदुओं पर फाेकस किया जा रहा है। इतना ही नहीं पार्टी विधानसभा एक, पांच तथा ग्रामीण में राऊ व देपालपुर में किसी भी स्थिति में रिस्क नहीं लेना चाहती। यही वजह है कि सख्ती शुरू कर दी गई है। नगर अध्यक्ष गाैरव रणदिवे का कहना है कि जाे भी अच्छा काम कर रहा है, हम उसका उत्साह बढ़ा रहे हैं, जाे निष्क्रिय हैं, उनसे बैठक में सवाल पूछ रहे हैं। जिलाध्यक्ष डॉ. राजेश साेनकर के अनुसार लगातार दाे या तीन बैठकाें में अनुपस्थित पदाधिकारी से निश्चित जवाब मांगा जा रहा है, ताकि जाे अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हें जाेड़ा जा सके।

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