Indian News : भोपाल | राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार के बाद विवादों में घिरे जीतू पटवारी बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा पहुंचे. क्योंकि वह इस मामले में अलग-थलग पड़े हुए हैं, पहले कमलनाथ ने उनका साथ नहीं दिया तो दिग्विजय सिंह ने भी इस मुद्दे से पल्ला छाड़ लिया. हालांकि कांग्रेस के इस विवाद में अब बीजेपी की भी एंट्री हो गई है. सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने पटवारी के बहाने पूरी कांग्रेस पर निशान साधा है.

यह बड़ी जंग की शुरुआत

दरअसल, जब विधानसभा में सिंधिया समर्थक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ”कांग्रेस की गुटबाजी सड़कों के बाद अब सदन में भी दिखाई देने लगी है. कांग्रेस में चोरी और सीना जोरी चल रही है, कांग्रेस में नेता पद के लिए एक दूसरे की टांग खींचने में लगे हुए हैं. गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि यह एक बड़ी जंग की शुरुआत कांग्रेस में हो चुकी है. क्योंकि कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष और अध्यक्ष बनने की होड़ चल रही है.”




गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि ”कांग्रेस में अब नेताओं ने अपना-अपना दबदबा दिखाने की कोशिश शुरू कर दी है. इसलिए अब इन लोगों में बड़ा घमासान होने वाला है. क्योंकि कांग्रेस के सभी नेताओं का हाल मुंह में राम बंगल में छुरी वाला है.”

जीतू पटवारी के तेवर पड़े नरम

वहीं कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के तेवर भी अब नरम पड़ते नजर आ रहे हैं,”जीतू पटवारी ने कहा कि कमलनाथ अनुभवी नेता हैं और उनके अनुभव को नकारा नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि जो कमलनाथ ने कहा है मैं उसका पालन करूंगा. हम जैसे छोटे नेता कमलनाथ के पांव की धूल के बराबर भी नहीं हैं. राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार के फैसले का बचाव करते हुए जीतू पटवारी ने मुझसे पहले भी 13 बार अलग-अलग तरीके से राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध हो चुका है.”

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