Indian News : सपा विधायक आजम खां की तबीयत बीते दिनों अचानक बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अखिलेश यादव उनसे मिलने यहीं पहुंचे हैं।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार सुबह पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं। आजम खां के अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। इससे पहले अखिलेश यादव और आजम खां के बीच तल्खी व मनमुटाव के कयास लगाए जा रहे थे।

बताते चलें कि सपा विधायक आजम खां की तबीयत बीते दिनों अचानक बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उनका यहीं इलाज चल रहा है।




सांस लेने में थी परेशानी


शनिवार देर रात सांस में तकलीफ होने पर आजम खां के बेटे अब्दुल्ला खां उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे थे। अस्पताल के मेडिसिन विभाग में उनका इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। 

जानकारी के मुताबिक, शनिवार देर रात तीन बजे अब्दुल्ला खां अपने पिता आजम खां को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत को लेकर पहुंचे थे। यहां डॉक्टरों की टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें मेडिसिन विभाग में भर्ती कर लिया है और तब से यहीं हैं।

हालांकि, इस मामले में अस्पताल के डॉक्टर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बता दें कि 27 महीने सीतापुर जेल में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वह 20 मई को अग्रिम जमानत के आधार पर बाहर आए हैं। जेल में रहने के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। वहीं, बीते वर्ष मई में उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया था। हालत अधिक खराब होने पर उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

लंबे समय से सामने आ रही दोनों नेताओं के बीच तल्खी की खबरें

उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद से ही अखिलेश और आजम के बीच नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं। एक ओर जहां कांग्रेस और बसपा समेत अन्य दलों के नेता आजम से जेल में मिलने पहुंचे तो आजम के बेटे अब्दुल्ला ने भी कई बार इशारों में अखिलेश पर आजम का साथ न देने के लिए निशाना साधा।

जब आजम खां जेल से रिहा हुए तब भी शिवपाल यादव जरूर उन्हें लेने सीतापुर जेल पहुंचे लेकिन अखिलेश यादव वहां नहीं गए। इसके बाद लखनऊ विधानसभा में हुई सपा की विधायक दल की बैठक में भी आजम शामिल नहीं हुए तो दोनों नेताओं के बीच दूरियां बढ़ने की चर्चाएं तेज हो गईं।

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