Indian News : दुनिया भर के शेयर बाजार (Share Market) इन दिनों भारी बिकवाली का सामना कर रहे हैं. अमेरिकी बाजार (US Market) में बुधवार को बिकवाली का भयावह मंजर देखने को मिला. वॉल स्ट्रीट (Wall Street) की तबाही ने इन्वेस्टर्स (Investors) को फिर से दिन में तारे दिखा दिए. एसएंडपी 500 (S&P500) और डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (Dow Jones Industrial Everage) के लिए यह करीब 2 साल की सबसे बड़ी गिरावट रही.
इतना गिरे अमेरिकी शेयर बाजार
बुधवार के कारोबार में चौतरफा हुई बिकवाली के बाद एसएंडपी 500 में 4.04 फीसदी की गिरावट आई. टेक फोकस्ड इंडेक्स नास्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) 4.73 फीसदी के नुकसान में रहा. इसी तरह डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 3.57 फीसदी गिर गया. इस साल एसएंडपी 500 अभी तक करीब 18 फीसदी गिर चुका है. जनवरी से अब तक नास्डैक में 27 फीसदी की गिरावट आई. एसएंडपी 500 पर लिस्टेड दो-तिहाई स्टॉक्स अभी अपने 52-वीक हाई की तुलना में 20फीसदी या इससे ज्यादा गिरे हुए हैं.
इन्वेस्टर्स को रुला रही रिकॉर्ड महंगाई
दरअसल रिकॉर्ड उच्च स्तर पर महंगाई (Inflation) के कारण बाजार की हालत खराब हो रही है. अप्रैल में अमेरिका में खुदरा महंगाई कुछ कम होकर 8.3 फीसदी पर आई, लेकिन यह अभी भी कई दशकों के उच्च स्तर पर है. इससे पहले मार्च में अमेरिकामें महंगाई की दर 8.5 फीसदी रही थी, जो बीते 41 साल में सबसे ज्यादा थी. फेडरल रिजर्व के रेपो रेट बढ़ाने के बाद भी महंगाई पर उम्मीद के हिसाब से लगाम नहीं लगी है. इससे इन्वेस्टर्स डरे हुए हैं. दूसरी ओर फेडरल रिजर्व ने इसी सप्ताह साफ किया है कि जब तक वह महंगाई को काबू नहीं कर लेता है, ब्याज दर बढ़ती रहेगा .बाजार की धारणा पर इसका भी असर पड़ा .
मंडरा रहा आर्थिक मंदी का खतरा
एनालिस्ट अमेरिकी बाजार में आई भारी गिरावट के लिए महंगाई को मुख्य कारण मान रहे हैं. इसके अलावा रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग (Russia-Ukraine War), ग्लोबल सप्लाई चेन (Global Supply Chain) की दिक्कतें, चीन में महामारी की नई लहर के चलते लगा लॉकडाउन और सेंट्रल बैंकों के द्वारा मॉनीटरी पॉलिसी को टाइट करना बाजार को गिराने की अन्य वजहों में शामिल हैं. वेल्स फार्गो इन्वेस्टमेंट इंस्टिट्यूट की मानें तो अमेरिका में इस साल के अंत में या अगले साल की शुरुआत में आर्थिक मंदी आ सकती है.