Indian News : दहेज प्रथा (Dowry System) को अभिशाप माना जाता है इसकी रोकथाम के लिए सरकार ने कानून भी बनाया है, लेकिन बावजूद इसके दहेज लोभी अपनी हरकत से बाज नहीं आते. हरदोई में दहेज लोभियों को दुल्हन ने करारा सबक सिखाकर मिसाल पेश की है. दरअसल, दहेज में बाइक ना मिलने पर नाराज दूल्हा दुल्हन (Dulha Dulhan) के लिए ज्वेलरी लेकर नहीं आया.

बात दुल्हन पक्ष को पता चलने पर वाद-विवाद के बाद दहेज लोभी दूल्हे से दुल्हन ने शादी करने से इंकार कर दिया. दोनों पक्षों के बीच समझौते की बात चलती रही और मामला थाने तक पहुंचा, लेकिन बात नहीं बनी. अंत में दुल्हन के इनकार के बाद बिना दुल्हन के बारात बैरंग वापस लौट गयी.

दहेज लोभियों को दुल्हन के करारा सबक सिखाने का यह मामला हरदोई जिले के कोतवाली हरपालपुर इलाके के एक गांव का है. दरअसल, शाहजहांपुर जिले के कलान थाना क्षेत्र के भडेली गांव निवासी संजीव चौहान पुत्र बदन सिंह की शादी हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी लड़की से तय हुई थी. करीब एक साल पहले तिलक की रस्म अदा हुई थी. तिलक में अपाचे बाइक तय हुई थी, जिसमें कन्या पक्ष गरीबी के चलते अपाचे बाइक नहीं दे पाया. जिसके चलते मंगलवार की शाम आई बारात कन्या पक्ष के यहां पहुंची तो द्वारचार की रस्म पूरी हुई.




वर पक्ष की ओर से चढ़ावे में जेवर न लाने की बात पता चलते ही कन्या पक्ष के होश उड़ गए. वधू पक्ष ने जब इस बात को वर पक्ष से कहा तो उन्होंने दहेज में बाइक न देने का हवाला दिया और कहा कि दहेज में बाइक न मिलने पर वह ज्वेलरी नहीं लाया. दहेज लोभी दूल्हे की बात सुनकर दुल्हन के होश उड़ गए. दुल्हन ने इसका विरोध किया और दहेज लोभी दूल्हे से शादी से इनकार कर दिया. बुधवार को दोनों पक्षों में सुलह समझौते के लिए बातचीत होती रही, मामला थाने तक पहुंचा लेकिन बात नहीं बनी. दहेज लोभियों की हरकत से नाराज दुल्हन ने शादी न करने का फैसला किया.

You cannot copy content of this page