Indian News : भारत के विवादास्पद स्टार्टअप कोफाउंडरों का जब भी नाम लिया जाएगा, तो उसमें अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) का नाम जरूर शामिल रहेगा। अशनीर देश की सबसे तेजी से बढ़ती फिनटेक कंपनी भारतपे (BharatPe) के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर थे। हालांकि बोर्ड ने लंबे विवाद के बाद अब उन्हें सभी पदों से हटा दिया है। इसके साथ ही सीनियर मैनेजमेंट ने ग्रोवर पर फंड में हेराफेरी का आरोप लगाया है और कंपनी के कई कर्मचारियों ने भी उनके खिलाफ शिकायतों का लंबा सिलसिला दर्ज कराया है।
ग्रोवर से जुड़ा विवाद तब शुरू हुआ, जब ट्विटर पर एक गुमनाम अकाउंट से एक ऑडियो रिकॉर्डिंग पोस्ट की गई। इस ऑडियो में ग्रोवर जैसी आवाज वाला एक शख्स एक बैंक के कर्मचारी को जान से मारने की धमकी देते हुए सुनाई दे रहा था, वह भी इसलिए क्योंकि उसने एक बड़े आईपीओ में शेयर पाने में उसकी मदद नहीं की थी।
इस रिकॉर्डिंग के वायरल होने के बाद ग्रोवर कंपनी से छुट्टी पर चले गए। हालांकि उन्होंने टर पर इस बात से इनकार किया कि आवाज उनकी थी। बाद में 39 वर्षीय ग्रोवर ने आरोप लगाया कि कंपनी उन्हें वापस मैनेजमेंट में नहीं देखना चाहती और उन्हें निकालने की तैयारी कर रही है। ग्रोवर ने कंपनी के खिलाफ कई बयान दिए और सीईओ का बाहर करने का प्रयास किया और भारतपे के बोर्ड पर मुकदमा चलाने की धमकी दी।
यह विवाद पिछले हफ्ते अपने निष्कर्ष पर पहुंचा, जब ग्रोवर ने स्टार्टअप से इस्तीफा दे दिया। भारतपे ने बयान में यह भी कहा कि उसके पास ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ भविष्य में कानूनी कार्रवाई करने के सभी अधिकार सुरक्षित हैं। बयान में कहा गया, “अपने गलत कार्यों के चलते अशनीर ग्रोवर अब कंपनी के कर्मचारी, मैनेजिंग डायरेक्टर या को-फाउंडर नहीं है।” भारतपे की वेबसाइट से भी अशनीर ग्रोवर से जुड़ी सभी जानकारी हटा दी गई है।
ग्रोवर ने कहा कि उनके खिलाफ कंपनी के पैसे चुराकर आलीशान जीवन जीने का आरोप लगाया गया है, जो “व्यक्तिगत घृणा और छोटी सोच” से उपजा आरोप है।
कुछ हफ्ते पहले तक BharatPe को भारत की उभरती हुई कंपनियों के प्रतिनिधि के रूप में देखा जाता था। ग्रोवर ने नई दिल्ली मुख्यालय वाली भारतपे को सिकोइया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, रिबिट कैपिटल, कोट्यू मैनेजमेंट और बीनेक्स्ट जैसे दिग्गज निवेशकों से सफलतापूर्वक फंडिंग दिलाई और उसे चलाया। तीन सालों के बिजनेस के बाद BharatPe का वैल्यूएशन आज करीब 3 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
इस बीच ग्रोवर ने रियल्टी शो शॉर्क टैक इंडिया के जज के तौर पर भी काफी सुर्खियां बटोरीं। साथ ही उन्हें कई सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रूप में देखा गया। हालांकि अब ग्रोवर का प्रभाव कम होता दिख रहा है। ग्रोवर की पत्नी और भारतपे की हेड ऑफ कंट्रोल्स माधुरी जैन (Madhuri Jain) को भी कंपनी से इस्तीफा देना पड़ा है। पिछले हफ्ते बोर्ड ने जब उन्हें निकालने की घोषणा की, उसके बाद ग्रोवर का एक संक्षिप्त बयान आया। हालांकि उसके बाद से वह चुप हो गए हैं।
शिकायतों का ढेर
वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों के अनुसार अशनीर ग्रोवर कंपनी के लिए फंड जुटाने में एक्सपर्ट थे। हालांकि जैसे जैसे कंपनी बढ़ती गई, उसके साथ निवेशकों को कुछ समस्याओं के संकेत भी मिलने लगे। कंपनी के पुराने और नए कर्मचारियों के मुताबिक समस्याएं 2020 के पास शुरू हुईं। उस वक्त कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण पूरा देश लगभग ठप था।
Bhatpe का ऑफिस उस समय खुला था और दूसरे कई टेक स्टार्टअप्स की तरह यह ग्रॉसरी और मेडिकल डिलीवरी सहित जरूरी सेवाओं की डिलीवरी कर रहा था। इंडस्ट्री की एक पुरानी फीमेल एग्जिक्यूटिव ने उस समय स्टार्टअप को जॉइन किया और उन्होंने बताया कि वह यह देखकर हैरान था कि यहां मास्क पहनना अनिवार्य नहीं था। कंपनी के कुल 70 कर्मचारियों में इक्का-दुक्का ही मास्क पहने थे। उन्होंने जब शिकायत की तो ग्रोवर ने कोविड को मुद्दा बनाने और कर्मचारियों को प्रभावित करने के लिए उन्हें बुरी तरह झिड़क दिया।
इसके कुछ हफ्तों बाद उस फीमेल एग्जिक्यूटिव को अचानक से नौकरी से निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि एक सीनियर मैनेजमेंट ने कहा कि उन्हें सिर्फ स्टार्टअप में डायवर्सिटी लाने के लिए हायर किया गया था। फीमेल एग्जिक्यूटिव ने इस मामले में BharatPe के निवेशकों को लेटर लिखकर निष्पक्ष सुनवाई की मांग की थी। इस मामले में Bharatpe ने ब्लूमबर्ग को बताया, “BharatPe ने कहा, “कर्मचारी से प्राप्त शिकायतों के आधार पर सुधारात्मक कार्रवाई की गई। गोपनीयता के कारण हम अधिक जानकारी नहीं दे सकते।”
कंपनी के 10 मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों के मुताबिक, माधुरी ग्रोवर को लेकर भी सीनियर एग्जिक्यूटिव्स नाराज थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक कर्मचारी को ऑफिस में प्रिंटआउट निकालने के लिए सैलरी काटने की धमकी दी थी, तो ऑफिस में लोगों के अधिक कॉफी पीने को लेकर भी उनकी आलोचना की थी।
कंपनी के दूसरे को-फाउंडर शाश्वत नकरानी और सीईओ सुहैल समीर ने ग्रोवर से मिलकर उनकी पत्नी के मैनेजमेंट स्टाइल को लेकर बात की। उन्होंने ग्रोवर को एक अनुभवी चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर को हायर करने का सुझाव दिया, लेकिन ग्रोवर एक के बाद एक सभी कैंडिडेट को खारिज करते रहे। यह पद अभी भी खाली है।
इस बीच ऑफिस में ग्रोवर के आलीशान लाइफस्टाइल को लेकर भी कई कर्मचारियों में चर्चा शुरू हो गई और अधिकतर गलत रूप में। वे एक साधारण से घर से निकलकर एक पेंटहाउस में रहने लगे और उन्होंने एक दूसरी लग्जरी प्रॉपर्टी को भी रिनोवेट किया। ग्रोवर ने Porsche की कार खरीदी। कर्मचारियों के मुताबिक, वे कंपनी में लोगों को यह भी बताते रहे थे कि उन्होंने बस एक डाइनिंग टेबल पर 1,30,000 अमेरिका डॉलर (करीब 99.54 लाख रुपये) खर्च किए हैं।
हालांकि इस जनवरी में ग्रोवर की यह दुनिया बिखरने लगी, जब उनका वह ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर लीक हुआ। इसके बाद कई और कर्मचारियों ने भारतपे के वर्ककल्चर को लेकर सवाल उठाए, जिसके बाद निवेशकों ने PwC और अल्वरेज एंड मार्शल को कंपनी के पैसों के मैनेजमेंट का ऑडिट करने के लिए नियुक्त किया।
भारतपे के बोर्ड ने मार्च की शुरुआत में एक बयान जारी किया, जिसमें ग्रोवर और उनके परिवार पर कंपनी के फंड का दुरुपयोग करना और कंपनी के पैसों पर आलीशान जिंदगी जीने का आरोप लगाया गया।
बाद में अशनीर ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें कहा गया था, “उन्होंने पिछले महीने लिंक्डइन पर लिखा, “फाउंडर एक ऐसे व्यक्ति होता है, जिसके पास किसी से पैसे जुटाने और उन्हें बताने के लिए रीढ़ की हड्डी होती है कि मैं यहां आपकी धुनों पर डांस करने के लिए नहीं हूं।” अशनीर ग्रोवर के सैकड़ों फॉलोअर्स ने इस पोस्ट को लाइक किया और उनका बेबाकी के लिए उनकी तारीफ की।