Indian News : बिहार राज्य आवास बोर्ड की नेपाली नगर और राजीव नगर में अधिग्रहित भूमि को अवैध तरीके से बेचकर भू-माफियाओं ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है। यहां तक कि एक भू-माफिया ने तो झारखंड के गिरिडीह में तीन बीघा में रिसोर्ट, होटल, रेस्टोरेंट और पेट्रोल पंप चला रहा है। इसके अलावा भू-माफिया ने आलीशान मकान भी बनवा लिया है।

भू-माफिया ने ये धंधा नेपाली नगर की जमीन बेचकर शुरू किया है। प्रशासन ने जब छानबीन की तो 11 ऐसे और भू-माफियाओं का पता चला जिन्होंने अधिग्रहित जमीन बेचकर अवैध तरीके से करोड़ों रुपये कमाए है। छानबीन पर पता चला कि राजीवनगर के चंद्र विहार कालोनी के एक व्यक्ति ने 10 बीघा से अधिक की जमीन अवैध तरीके से बेच दी है। झारखंड के जसीडीह जाने वाली रोड में उसका रिसोर्ट, होटल और पेट्रोल पंप चलता है।

जब वह पटना आया था तो किराए के मकान में रहता था और कही जाने के लिए साइकिल का प्रयोग करता था लेकिन नेपाली नगर की जमीन खरीद-ब्रिकी करने के बाद वह महंगी गाड़ियों से चलने लगा। हालांकि जमीन बेचने के आरोप में उस पर मुकदमा भी दर्ज है। ऐसा ही एक मामला घुड़दौड़ रोड का है जहां एक व्यक्ति ने सौ से अधिक लोगों को जमीन बेच दिया है।




एक ही परिवार के कई सदस्यों को मिला लाभ

प्रशासन ने जब छानबीन की तो पता चला कि राजीव नगर और नेपाली नगर में चल रहे गृह निर्माण समितियों में एक ही परिवार के कई सदस्यों को इसका लाभ मिला है। इसमें चुनाव नियमावली का पालन नहीं किया गया है। अब प्रशासन ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि एक ही परिवार के सदस्यों को कितनी जमीन आवंटित की गई है।

नेपाली नगर में धड़ल्ले से चल रहा है अवैध निर्माण

पटना उच्च न्यायलय ने नेपाली नगर में भले ही नए निर्माण पर रोक लगा दी हो लेकिन यहां रात में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। प्रशासन ने इसे रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं दिख रहा है। रात में पुलिस पेट्रोलिंग नहीं कर रही है जिसका फायदा भू-माफिया उठा रहे हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि भू-माफिया और पुलिस वालों की सांठगांठ पर ऐसा काम कर रहे हैं।

देश के नौ शहरों में चल रही है छानबीन

प्रशासन को मिली जानकारी के मुताबिक भू-माफियाओं ने देश के अलग-अलग शहरों में अपार्टमेंट, कांप्लेक्स, घर और विला खरीद रखा है। ज्यादात्तर भू-माफियाओं की संपत्ति नोएडा, दिल्ली, चंडीगढ, गुरुग्राम, बेंगलुरु, लखनऊ रांची, देवघर और गाजियाबाद में है।

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