Indian News : नई दिल्ली। रविवार को जी-7 देशों ने यह निर्णय लिया कि वे रुसी तेल के आयात पर पूरी तरह रोक लगाएंगे या चरणबद्ध तरीके से इसे बंद किया जाएगा। इसके साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में रूस पर आयात प्रतिबंध लगाते हुए बड़े गैस निर्यातक गैज़प्रॉम बैंक के अधिकारियों और अन्य व्यवसायों पर रोक लगा दिया। देशों का रुस के खिलाफ यह कदम राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने के लिए एक नई कोशिश है।
जी-7 नेताओं और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के साथ एक वीडियो कांफ्रेंस कॉल में चर्चा की। इस दौरान जी-7 देशों ने वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के समर्थन और ऊर्जा के साथ रूस के खिलाफ अन्य तरीकों पर चर्चा की। जी-7 के नेताओं ने कहा कि ”हम रूसी ऊर्जा पर अपनी निर्भरता को पूरी तरह बंद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें रूसी तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाना भी शामिल है।”
बेलारूस के अधिकारियों पर वीज़ा बैन
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका ने रूस के तीन टेलीविज़न स्टेशन पर रोक लगा दिया है। इतना ही नहीं अमेरिका ने अपने लोगों को रूसियों की किसी भी तरह से मदद करने पर प्रतिबन्ध लगाया है। किसी भी तरह की कंस्लटेंसी सर्विस कोई अमेरिकी किसी रुसी व्यक्ति को नहीं दे सकता है। इसे साथ ही रूस काबिज बेलारूस के अधिकारियों पर तकरीबन 2,600 वीज़ा बैन कर दिया।
बता दें ऐसा पहली बार हुआ है जब बड़े रुसी गैस निर्यातक गैज़प्रॉम बैंक के अधिकारियों के खिलाफ इतना बड़ा कदम उठाया गया है। एक अमेरिकी रिपोर्ट में यह कहा गया है कि, “यह एक पूर्ण प्रतिबंध नहीं है। हम गैज़प्रॉम बैंक की संपत्ति को फ़्रीज़ नहीं कर रहे हैं, ना ही गैज़प्रॉम बैंक के साथ किसी भी लेनदेन पर रोक नहीं लगा रहे हैं। हम ये संदेश देना चाह रहे हैं की गैज़प्रॉम भी सुरक्षित नहीं है इसलिए हम इसके शीर्ष अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं।”
Summary : G-7 countries against Russia: जी-7 देशों ने निर्णय लिया कि वे रुसी तेल के आयात पर पूरी तरह रोक लगाएंगे या चरणबद्ध तरीके से इसे बंद किया जाएगा।