Indian News : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को काले झंडे दिखाने से शुरू हुआ भाजपा का बवाल दूसरे दिन भी जारी है। शनिवार शाम से ही विधानसभा थाने में धरना दे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की रविवार को पुलिस के साथ भिडंत हो गई। इधर भाजपा ने दोपहर बाद राजभवन तक का मार्च स्थगित कर दिया। सोमवार को प्रस्तावित रायपुर बंद को भी स्थगित कर दिया गया है। देर शाम विधानसभा थाने चल रहा धरना भी खत्म हो गया।
बताया जा रहा है, भाजपा कार्यकर्ताओं का नया जत्था 11 बजे के करीब थाना पहुंचा। वे लोग वहां दरी बिछाने लगे। पुलिस कर्मियों ने थाना परिसर में दरी बिछाने से रोक दिया। भड़के हुए भाजपा कार्यकर्ता पुलिस से उलझ पड़े। धक्का-मुक्की के बाद वहां अतिरिक्त बलों को बुला लिया गया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने प्रदेश नेतृत्व के संदेश भेजा। आनन-फानन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत कई भाजपा नेता विधानसभा थाने पहुंच गए। उसके बाद कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी तेज की। थोड़ी देर तक वहां बैठने के बाद रमन सिंह वापस लौट गए। भाजपा ने दो बजे से राजभवन तक मार्च निकालने की घोषणा की थी। अब पता चला कि राज्यपाल यहां हैं ही नहीं। ऐसे में भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी की अगुवाई में 10-12 कार्यकर्ता एक ज्ञापन लेकर राजभवन पहुंचे। वहां उन्होंने राजभवन सचिवालय को ज्ञापन रिसीव कराया। उसके बाद लौट गए। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में कार्यकर्ताओं को संबाेधित करते हुए पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, लता मंगेशकर जी के निधन की वजह से राष्ट्रीय शोक की स्थिति है। इसकी वजह से पार्टी ने तय किया है, राजभवन मार्च और सोमवार के रायपुर बंद को स्थगित किया जाए। पार्टी आगे तय करेगी कि इस पर किस तरह आंदोलन किया जाए।
प्रदेश अध्यक्ष ने मूणत को पानी पिलाकर खत्म कराया धरना
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, नंद कुमार साय शाम को विधानसभा थाने पहुंचे। वहां धरना दे रहे राजेश मूणत से रणनीतिक चर्चा हुई। तय हुआ कि अभी धरना खत्म करना ही ठीक है। आंदोलन जारी रहेगा। इसके लिए बाद में बैठकर रणनीति बनाई जाएगी। डॉ. रमन सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। बाद में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने पानी पिलाकर मूणत का धरना खत्म कराया।
पूर्व मंत्री ने मारपीट के आरोप लगाए
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पुलिस कर्मियों पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। उनका कहना था सादी वर्दी में आए पुलिस कर्मियों ने उनको पीटा। भाजपा नेता उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं पुलिस कर्मियों ने शिकायत की है कि पूर्व मंत्री ने थाने में उनके साथ मारपीट और अभद्रता की है। शासकीय कार्य करने से रोका है। अब बताया जा रहा है, पुलिस पूर्व मंत्री का मेडिकल परीक्षण कराएगी।
ज्ञापन में जान मारने की साजिश का आरोप
राजभवन को सौंपे ज्ञापन में भाजपा नेताओं सरकार पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत को जान से मारने की साजिश का आरोप लगाया। कहा गया, सरकार के खिलाफ मामला उठाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाया जा रहा है। पुलिस का बेजा इस्तेमाल कर विपक्ष के कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया जा रहा है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया, कांग्रेस के इशारे पर 15 वर्षों तक सरकार के मंत्री रहे भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत के साथ न केवल मारपीट की गई बल्कि सादे वेश में भेजे गए जवानों द्वारा उनकी जान तक लेने की साजिश रची गई थी। भाजपा ने ऐसा हमला करने वालों को तत्काल सेवा से बर्खास्त करने और मुकदमा लिखने की मांग की है।