Indian News : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को दिल्ली में एआईसीसी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में संघ और भाजपा पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर ये लोगों को भड़का रहे हैं, सोचिए इनकी सोच क्या है। क्या हिंदू धर्म के नाम पर ये हिंदू राष्ट्र बनाकर इस देश को एक और अखंड रख पाएंगे?

उन्होंने कहा कि आज हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले आरएसएस और भाजपा के लोग इस बात का जवाब दें कि आजादी के समय धर्म के नाम पर भारत के दो टुकड़े हुए। धर्म के नाम पर जो पाकिस्तान बना, उसमें एक ही धर्म के लोग होने और मुस्लिम राष्ट्र होने के बावजूद भी दो टुकड़े क्यों हुए? धर्म के नाम पर मुल्क बनाए तो जा सकते हैं लेकिन वो एक अखंड रहेंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं ले सकता। हमारा देश अखंड इसलिए रहा क्योंकि यहां हर धर्म को माना जाता है।

शुरू से बना रहे थे महाराष्ट्र को निशाना





सीएम गहलोत ने कहा कि हिंदूत्व के नाम पर देश में लोकतंत्र कमजोर किया जा रहा है। अभी लोग समझ नहीं रहे हैं लेकिन बाद में पछताएंगे। ये लोग खरीद-फरोख्त कर रहे हैं और सरकार गिरा रहे हैं, जबकि कानून-व्यवस्था की स्थिति नाजुक बनी हुई है और अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है। भाजपा ने हर चीज का मजाक बना दिया है। वे साजिश रच रहे थे और शुरू से ही महाराष्ट्र को निशाना बना रहे थे लेकिन अब यह बात सामने आ गई है। पीएम मोदी और अमित शाह को अहंकारी नहीं होना चाहिए और संविधान के अनुसार देश चलाना चाहिए।

वोट के लिए केवल शेड्यूल कास्ट को गले लगाया


मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि मैं आरएसएस के लोगों को जनसंघ के समय से जानता हूं। जो जनता पार्टी से होते हुए अब भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बन गए हैं लेकिन उस समय से आज तक इन्होंने कभी न तो शेड्यूल कास्ट को गले लगाया और न ही आदिवासियों को लेकिन आज वोटों के लिए यह शेड्यूल कास्ट और आदिवासियों को हिंदू बता रहे हैं। महात्मा गांधी की फोटो लगाते हैं और सरदार पटेल की मूर्ति, लेकिन यह सब काम आरएसएस और भाजपा केवल वोट के लिए कर रही है।


युवाओं को भड़का रही भाजपा


उन्होंने अग्निपथ योजना पर भी टिप्पणी की।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहले तो केंद्र सरकार की ओर से अग्निपथ जैसी योजना सेना भर्ती में लागू की। देश में इतना उत्पात मचा है। हम लोग उनसे अपील कर रहे हैं की आगजनी तोड़फोड़ हम पसंद नहीं करते। अगर किसी को बात रखनी है तो वह शांतिपूर्वक तरीके से रखे और हिंसा न करें। केंद्र लोगों को भड़का रही है। कह रही है जिन्होंने आंदोलन में भाग लिया है, उन्हें अग्निपथ के जरिए भर्ती नहीं दी जाएगी, भर्ती से पहले सर्टिफिकेट मांगे जाएंगे।


सीएम गहलोत ने राष्ट्रपति चुनाव लेकर कहा कि पूरे देश से विधायकों को दिल्ली में बुलाए जाने के पीछे कारण कांग्रेस की सॉलिडेरिटी का प्रदर्शन करना तो है ही, इसके साथ ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए विधायक प्रस्तावक बनने दिल्ली पहुंचे हैं। 

महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी पकड़ और ताकत का आलाकमान को एहसास दिलाया है। सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान के विधायकों को दस करोड़ का ऑफर मिला था पर कोई  गया नहीं।

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