Indian News : रूस और यूक्रेन के बीच 7 महीने से अधिक वक्त से लगातार जंग जारी है. इस बीच पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) के बीच फोन पर बातचीत हुई है. यूक्रेनी के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पीएम मोदी के साथ एक कॉल के दौरान कहा कि यूक्रेन रूसी संघ के वर्तमान राष्ट्रपति के साथ कोई बातचीत नहीं करेगा. उन्होंने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए भारत के समर्थन के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति (Ukrainian President) वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने भी पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के उस बयान के महत्व पर जोर दिया कि अब युद्ध का समय नहीं है.
पुतिन से नहीं होगी कोई बात-जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने जिक्र करते हुए कहा कि यूक्रेनी क्षेत्रों के अवैध कब्जे के प्रयास का फैसला सही नहीं है और ये वास्तविकता को नहीं बदल सकते हैं. हमारे देश के अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों में रूस की ओर से तथाकथित जनमत संग्रह के आयोजन पर भी चर्चा की गई. ज़ेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी परिस्थितियों में यूक्रेन रूसी संघ के वर्तमान राष्ट्रपति के साथ कोई बातचीत नहीं करेगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि हमारा देश हमेशा बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस बातचीत के लिए सामने नहीं आया और जानबूझकर हमले को कम करने के बजाय युद्ध को आगे बढ़ाया. उन्होंने ये भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में अपने भाषण के दौरान शांति के लिए हमने अपनी बात रखी. अपने भागीदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं. ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए भारत के समर्थन के लिए नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
न्यूक्लियर प्लांट की सुरक्षा पर भी बात
जेलेंस्की ने यूक्रेन को भारत की सरकार और निजी क्षेत्र की ओर से दी जाने वाली महत्वपूर्ण मानवीय सहायता का उल्लेख किया. ज़ेलेंस्की और पीएम मोदी ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा के मुद्दे पर भी चर्चा की. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि हमारा देश विश्व की खाद्य सुरक्षा के गारंटर के रूप में कार्य करना जारी रखने के लिए तैयार है. ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस की ओर से परमाणु ब्लैकमेल और खास तौर से जैपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट (Zaporizhzhia Nuclear Power Plant) के संबंध में न केवल यूक्रेन के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है.
पीएम मोदी ने क्या कहा?
वहीं यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) के सैन्य समाधान को लेकर पीएम मोदी (PM Modi) ने मंगलवार (4 अक्टूबर) को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) से पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि न्यूक्लियर प्लांट को खतरे में डालने के दूरगामी और विनाशकारी प्रभाव हो सकते हैं.