Indian News : रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच भारत पेट्रोल डीजल के दामों में 10 से 15 रुपए तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आग लगी हुई है। कच्चा तेल अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। बुधवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत में पांच डॉलर प्रति बैरल का इजाफा हुआ। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 160 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच चुकी है।
क्सपर्टस का कहना है कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग ऐसी ही जारी रही तो इसका बूरा असर पड़ेगा। भारत ही नहीं अन्य देशों पर भी इसका असर होगा। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। माना जा रहा है हालात नहीं सुधरे तो जल्द ही देश में पेट्रोल डीजल कीमतें बढ़ेंगी। एक्सपर्टस की माने तो देश में इसके कारण 10 से 15 रुपए तक पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ सकते हैं।
बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 85 फीसदी कच्चा तेल 50 फीसदी नैचुरल गैस आयात करता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में यदि इन दोनों की कीमत बढ़ती है तो जाहिर है भारत का आयात बिल बढ़ जाएगा। रूस का यूक्रेन पर हमले के बाद कच्चा तेल काफी महंगा हो गया है। इस दौरान नेचुरल गैस के दाम भी बढ़ गए है। इसके कारण भारत का आयात बिल 600 अरब डॉलर पार पहुंचने की आशंका है जिससे पेट्रोल व डीजल के दरों में वृद्ध होगी।
कुकिंग ऑयल पर 20 रुपए से ज्यादा की बढ़ोत्तरी
यही नहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारत में कुकिंग ऑयल के दाम बढ़ गए हैं। रिफाइंड, सोयाबीन, सनफ्लावर व राइस ब्रान ऑइल पर हाल के दिनों में 20 रुपए से भी ज्यादा दाम बढ़े हैं। इसके कारण घरेलू बजट बिगड़ने लगा है। कुछ माह पहले कुकिंग ऑयल की दरों में कमी देखी जा रही थी लेकिन युद्ध के माहौल ने कुकिंग ऑयल को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इसके कारण रोज दरों में उछाल देखा जा रहा है।