Indian News :  महाराष्ट्र में पिछले एक सप्ताह से जारी सियासी घमासान में अब दाऊद इब्राहिम की एंट्री हो गई है. शिवसेना के असंतुष्ट नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shide) ने पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए दाऊद इब्राहिम का नाम लिया और कहा कि जिसका दाऊद से संबंध उसे समर्थन कैसे दे सकते हैं.

दाऊद से जिसका संबंध उसे कैसे दे सकते हैं समर्थन: शिंदे

एकनाथ शिंदे (Eknath Shide) ने ट्वीट कर आश्चर्य जताया कि बाल ठाकरे की पार्टी उस दाऊद इब्राहिम के साथ सीधे संबंध रखने वाले लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जो कई बम विस्फोट करके निर्दोष मुंबईकरों को मारने के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि इस तरह के समर्थन के विरोध में उनके और अन्य विधायकों द्वारा विद्रोह का झंडा उठाया गया है और उन्हें बाल ठाकरे की शिवसेना को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं है.




एकनाथ शिंदे का नवाब मलिक पर निशाना

शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shide) द्वारा रविवार की रात किए गए ट्वीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) के स्पष्ट संदर्भ में हैं, जो कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के रिश्तेदारों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में हैं.

एकनाथ शिंदे ने ट्वीट में क्या कहा?

एकनाथ शिंदे (Eknath Shide) ने ट्वीट किया, ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना उन लोगों का समर्थन कैसे कर सकती है, जिनका दाऊद से सीधा संबंध है, जिसने मुंबई बम धमाकों को अंजाम देकर निर्दोष मुंबईकरों को मार डाला? इसका विरोध करने के लिए हम यह कदम उठा रहे हैं. यदि यह कदम हमें मौत के कगार पर भी ले जाता है, तो हमें इसकी परवाह नहीं है.’

जान गंवाने पर भाग्यशाली मानेंगे: एकनाथ शिंदे

एक दूसरे ट्वीट में शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि अगर वे शिवसेना और बाल ठाकरे की विचारधारा को बचाते हुए मर जाते हैं तो वे खुद को भाग्यशाली मानेंगे. बता दें कि इन दोनों ट्वीट में उन्होंने शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत को टैग किया, हालांकि अब तक तक उनका कोई जवाब नहीं आया है.

गुवाहाटी में मौजूद हैं शिवसेना के बागी विधायक

बता दें कि शिवसेना के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में शिवसेना के 40 बागी विधायक 22 जून से असम की राजधानी गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले हुए है. इससे पहले बागी विधायकों ने सूरत के एक होटल में डेरा जमाया था. राज्य की महा विकास आघाड़ी (MVA) गठबंधन सरकार के खिलाफ बागी विधायकों द्वारा मोर्चा खोलने के बाद सरकार गिरने का खतरा मंडराने लगा है.

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