Indian News : Dhanbad | निरसा में इसीएल की गोपीनाथपुर, कापासारा और बीसीसीएल की दहीबाड़ी आउटसोर्सिंग में मंगलवार को अवैध खनन के दौरान मलबे में दबकर कई ग्रामीणों की मौत हो गयी. घटना में एक बच्ची समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. हालांकि जिला प्रशासन ने मंगलवार की देर शाम पांच लोगों के मरने की पुष्टि की. तीनों खदानें एक-दूसरे से करीब 10 से 20 किमी की दूरी पर हैं।

गोपीनाथपुर से निकाले गये शवों की पहचान जुलेखा, पायल शर्मा, लालू मियां और पायल की मां के रूप में हुई. यहां कई और लोगों के दबे होने की आशंका है. हादसे के बाद विधायक अपर्णा सेनगुप्ता व पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के दबाव में प्रबंधन ने मलबा हटाने का कार्य शुरू किया. देर रात तक ग्रामीण भी जुटे थे।

घटना के बाद बीसीसीएल सीबी एरिया 12 के अभिकर्ता पीके बनर्जी ने कहा कि हाल के कुछ महीनों से जमीन विवाद में आउटसोर्सिंग का काम बंद है. वहां कोयला का उत्पादन नहीं हो रहा है. यहां अवैध खनन के दौरान किसी के मरने की कोई जानकारी नहीं है।




हालांकि देर शाम जिला प्रशासन ने इस हादसे में पांच लोगों की मौत की पुष्टि कर दी. जिले के उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि तीन स्थानों पर हुई खान दुर्घटना मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. इसकी एक प्रति डीजीएमएस को भेजी गयी है. पूरी घटना पर जिला खनन पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गयी है।

कहां पर चूक हुई है, इस बारे में पड़ताल करने को कहा गया है.

इसीएल की गोपीनाथपुर आउटसोर्सिंग में खदान धंसने के बाद मलबे में फंसे व्यक्ति को निकालते ग्रामीण. मलबे में ही इसकी सांसें बंद हो चुकी थीं. अवैध खनन के दौरान खदान में बने गड्ढे में पानी जमा हो गया है. इससे राहत कार्य में परेशानी हुई।

हादसे पर मुख्यमंत्री ने शोक जताया

धनबाद के निरसा में कोयला खदान में कुछ लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है. जिला प्रशासन मुस्तैदी के साथ राहत कार्य में जुटा है. परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे. घायलों को मदद पहुंचायी जा रही है- हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री

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