Indian News : भारत समेत दुनियाभर में रेड मीट खाने का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है, इसके कई तरह की रेसेपीज बनाई जाती है, भले ही ये खाने में बेहद टेस्टी लगें, लेकिन सेहत के लिहाज से बिलकुल अच्छी नहीं होती क्योंकि ये सेहत को तगड़ा नुकसान हो सकता है |

भारत की मशहूर डाइटीशियन आयुषी यादव (Ayushi Yadav) ने बताया कि प्रोटीन की जरूरत पूरी करने के लिए रेड मीट सीमित मात्रा में खाया जा सकता है, लेकिन अगर इसका अधिक इनटेक किया गया तो कई परेशानियों को दावत मिल सकती है |

1. दिल की बीमारियों का खतरा
अधिक मात्रा में रेड मीट का सेवन करने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में सतुरेटेड फैट होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती है और ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती है. यही वजह है कि हार्ट अटैक के मरीजों को ये फूड पूरी तरह छोड़ने की सलाह दी जाती है |




2. कैंसर का खतरा
रेड मीट के अधिक सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, खास तौर से कोलोरेक्टल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, और मस्तिष्क कैंसर. इसमें हाइड्रोजेनेटेड ओगिक्सीड, नाइट्रिट्स, और हाइड्रोकार्बन्स जैसे विषाणुओं की मात्रा होती है, जो कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं |

3. मोटापा
रेड मीट में चर्बी, कैलोरी और सेचुरेटेड फैट काफी ज्यादा पाया जाता है, साथ ही इसको अक्सर डीप फ्राई या मसालेदार तरीके से पकाया जाता है, जो लोग इसे हद से ज्यादा खाते हैं उनके पेट और कमर के आसपास काफी चर्बी जमने लगती है |

4. डायबिटीज
रेड मीट के अधिक सेवन से डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा सकता है. यह अधिक कोलेस्ट्रॉल, वजन बढ़ने, और इन्सुलिन के संभावित अस्तित्व के कारण हो सकता है. यही वजह है कि जो लोग रेड मीट खाने के शौकीन हैं उनको मधुमेह का खतरा ज्यादा रहता है |

5. पाचन संबंधी समस्याएं
रेड मीट के अधिक सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि अपच, एसिडिटी, और कब्ज। यह मसालेदार, तली हुई, और ज्यादा मसालेदार होने की वजह से हो सकता है |

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