Indian News : कोरबा जिले के आदिवासी बाहुल्य गांव नकटीखार में पिछले कुछ दिनों से मधुमक्खियों की दहशत बनी हुई है। मधुमक्खियां लोगों पर भी हमला कर रही हैं, जिससे वे परेशान हैं। अब इनसे बचने के लिए कोई हेलमेट पहनकर निकल रहा है, तो कोई कंबल का सहारा ले रहा है।

जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर नकटीखार गांव में लोग सड़क पर आग जलाकर रख रहे हैं, ताकि मधुमक्खियों से बचाव हो सके। लोगों ने बताया कि गांव के पास पेड़ पर मधुमक्खियों के कई छत्ते हैं। यहां बार-बार एक गिद्ध आता है और मधुमक्खियों के छत्ते को तोड़ देता है। ऐसे में जब मधुमक्खियां भी प्रतिक्रिया देती हैं, तो स्थिति भयावह हो जाती है। मधुमक्खियां लोगों पर भी हमला कर देती हैं।

मधुमक्खियों के हमले से पिछले 3 दिनों में करीब 15 लोग घायल हो चुके हैं। जैसे ही लोग घर से निकलते हैं, मधुमक्खियां उन पर हमला कर देती हैं। ऐसे में ग्रामीणों को सोचना पड़ रहा है कि आखिर वे घर से बाहर कैसे निकलें कि मधुमक्खियों से बचे रहें। गांव में जगह-जगह धुआं किया जा रहा है, साथ ही लोग कंबल और हेलमेट पहनकर भी घरों से बाहर निकल रहे हैं। इसके बावजूद भी उनका बचना मुश्किल हो रहा है।




लक्ष्मी बाई ने बताया कि उसका पति ज्ञानदास लकवा पीड़ित है और उसे चलने में दिक्कत होती है। मंगलवार को वो गांव के दुकान में सामान लेने गया हुआ था, इस दौरान मधुमक्खियों ने उस पर हमला कर दिया। घटना का पता चलने पर परिजन पहुंचे और जैसे-तैसे उसे बचाकर घर लेकर आए। उनके पीछे-पीछे मधुमक्खी भी घर तक पहुंच गए। बुजुर्ग को एक कमरे में बंद कर उसकी जान बचाई गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक दर्जन से अधिक लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला किया है।

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