Indian News : छत्तीसगढ़ राज्य प्राचीन काल से विभिन्न संस्कृतियों का केंद्र रहा है, इस राज्य के प्राचीन मंदिरों तथा इन मंदिरों के अवशेषों के अनुसार इस राज्य में हिन्दू संस्कृतियों के अलावा बौद्ध धर्म का भी काफी प्रभाव रहा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश को भारत के एक नए राज्य के रूप में 1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश राज्य से अलग कर नया पहचान दिया गया। इस दिन को छत्तीसगढ़ वासी राज्य गठन दिवस के रूप में किसी पारम्परिक त्यौहार की भाँति हि अत्यंत हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य की ऐसी बहुत विशेषताएँ एवं खास बातें हैं, जो इस राज्य को भारत वर्ष के अन्य राज्यों से अलग करती हैं। ये बातें एवं विशेषताएँ कुछ इस प्रकार से हैं –
छत्तीसगढ़ का मुख्य व्यवसाय कृषि है, जिसके कारण यहां धान कि खेती अत्यधिक मात्रा में की जाती है। धान का फसल ज्यादा होने के कारण इस राज्य को धान का कटोटा भी कहा जाता है।
छत्तीसगढ़ भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां कोयले का उत्पादन सबसे अधिक मात्रा में होता है।
भिलाई में स्थित भिलाई स्टील प्लांट’ के द्वारा भारत का लगभग 15% स्टील का उत्पादन किया जाता है।
अपको जान कर सायद हैरानी होगी, लेकिन यह बात सच है की पुरे छत्तीसगढ़ राज्य कि जनसँख्या का लगभग 50% जनसँख्या ‘अनुसूचित जनजाति के अंतर्गत आती है। जिसके कारण यह राज्य भारत का सबसे ज्यादा अनुसूचित जनजाति वाला राज्य है।
वन्यजीव अभ्यारण्य (Wildlife Sanctuary) तथा 3 राष्ट्रीय उद्यान (national park) हैं।
वन्यजीव अभ्यारण्य अचानकमार, बादलखोल, बारनवापारा, भोरमदेव, भैरमगढ़, सारंगढ़-गोमर्डा, पामेड जंगली भैंस, सेमरसोत, सीतानदी, तमोर पिंगला एवं उदंती जंगली भैंस वन्यजीव अभयारण्य ।
राष्ट्रीय उद्यान – गुरु घासीदास, इंद्रावती एवं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान ।
आपने चित्रकूट जलप्रपात का नाम तो सुना या पढ़ा होगा, यह छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित है। यह जलप्रपात इंद्रावती नदी पर है। बरसात के समय में इसके आकर में बढ़ोत्तरी होने से इसे भारत की नियाग्रा भी कहा जाता है।
भारत का लगभग 70% तेन्दु पत्ते का उत्पादन भी छत्तीसगढ़ में किया जाता है। जिसका प्रयोग मुख्यतः बीड़ी बनाने में किया जाता है। खनिज के क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान रखता है। कच्चे टिन के उत्पादन के मामले में पुरे भारत में छत्तीसगढ़ का पहला स्थान है।
राज्य के नए रायपुर में ‘शहीद वीर नारायण सिंह क्रिकेट स्टेडियम स्थित है, जो विश्व के सबसे बड़े स्टेडियमों में चौथा स्थान रखता है। यह लगभग 50,000 लोग एक साथ बैठकर क्रिकेट देख सकते हैं।