Indian News – उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार शाम को मतदान संपन्न हो गया। पहले चरण में 73 महिलाओं सहित 623 उम्मीदवारों के भाग्य पर मुहर लग गई। 11 जिलों के 58 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 2.27 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पहले चरण का मतदान प्रतिशत चौंकाने वाला रहा है। शामली जिले में सबसे ज्यादा 75 फीसदी मतदान हुआ है, इस जिले में कैराना सीट आती है जहां से सपा प्रमुख अखिलेश यादव उम्मीदवार हैं वहीं, तो गाजियाबाद में सबसे कम 55 फीसदी से थोड़ा ज्यादा वोटिंग हुई।

उत्तर प्रदेश की 58 विधानसभा सीटों के लिए 623 उम्मीदवारों का भाग्य मतदान पेटी में कैद हो गया। चुनाव आयोग (ईसी) के अधिकारियों के अनुसार, मतदान का समय शाम 6 बजे तक था, लेकिन पहले से ही कतार में लगे मतदाताओं को समापन समय के बाद मतदान करने की अनुमति दी गई थी। पहले चरण में शाम 6 बजे तक 60.31 फीसदी मतदान हुआ। जिसमें शामली जिला सबसे अव्वल रहा। जबकि गाजियाबाद में सबसे कम वोटिंग रिकॉर्ड हुई।

शामली में सबसे ज्यादा तो गाजियाबाद में सबसे कम वोटिंग




चुनाव आयोग के नवीनतम रुझानों के अनुसार, पहले चरण में लगभग 60.31 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। 11 जिलों में शामली में सबसे अधिक 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ, जबकि सबसे कम गाजियाबाद से 55 फीसदी मतदान हुआ। बता दें कि कैराना विधानसभा सीट शामली जिले में आती है। यहां से समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव उम्मीदवार हैं। वहीं, इसके अलावा पहले चरण के दौरान चुनाव लड़ने वाले राज्य के कुछ कैबिनेट मंत्रियों में श्रीकांत शर्मा, कपिल देव अग्रवाल, लक्ष्मी नारायण शामिल थे। योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मतदान शुरू होने से पहले पूजा-अर्चना की थी।

कड़ाके की ठंड के बीच बंपर वोटिंग 

कड़ाके की ठंड के बीच मतदाता भारी सुरक्षा घेरे के बीच पूरे जोश में मतदान करने पहुंचे। अपने वांछित उम्मीदवारों को वोट देने के लिए मतदान केंद्रों पर दिनभर भीड़ नजर आई। कोरोना महामारी को देखते हुए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्था के इंतेजाम थे। सभी लोगों को वोटिंग से पहले हाथ सैनिटाइज करवाए गए। वहीं, पहले चरण के मतदान में सभी 58 विधानसभा सीटों के लिए अर्धसैनिक बलों सहित 123,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी के लिए तैनात किया गया था।

गाजियाबाद में भाजपा-कांग्रेस में झड़प

पूरी मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही हालांकि समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गाजियाबाद में केंद्रीय मंत्री वी के सिंह और कांग्रेस नेता राजन कांत के समर्थकों के बीच मामूली झड़प हो गई थी। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतदान निकाय से अनुरोध किया कि ईवीएम में तकनीकी खराबी की सूचना मिलने पर उचित कार्रवाई की जाए।

कई केंद्रों पर ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की सूचना

कुछ क्षेत्रों में मतदान के दौरान ईवीएम और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल्स (वीवीपीएटी) के खराब होने की खबरें आई थीं। चुनाव आयोग ने कहा कि ऐसी सभी शिकायतों का तुरंत समाधान किया गया। गौरतलब है कि बाकी चरणों में 14 फरवरी, 20, 23, 27, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।

You cannot copy content of this page